CTET Practice Questions for Samajik Adhyayan
CTET Practice Questions for Samajik Adhyayan or social studies is a collection of Practice Questions for Central Teachers Eligibility Test for Samajik Adhyan. Social Science or Social Studies is the most important section for CTET because from this section you will get the maximum questions i.e. Samajik Adhyayan or Social Studies is the most heavy weight among all the subjects. In Central Teachers Eligibility Test there will be total 60 questions in Paper 2 of CTET 2016. So you have to practice well for these Questions for Social Studies. Here we are providing you 60 practice questions of samajik adhyayan which can also be used as practice paper or mock test paper for CTET Practice Questions for Samajik Adhyayan Section.
भाग IV सामजिक अध्ययन Social Studies Practice Questions
Index for Social Studies Practice Paper for CTET
CTET Practice Questions No. 91 to 100
CTET Practice Questions No. 101 to 110
CTET Practice Questions No. 111 to 120
CTET Practice Questions No. 121 to 130
CTET Practice Questions No. 131 to 140
CTET Practice Questions No. 141 to 150
Answers for CTET Practice Questions Paper
Practice Questions for CTET Social Science Section
91. अष्ट दिग्गज किस शासक के दरबार को सुशोभित करते थे?
- कष्णदेव राय के
- हरिहर दुवितीय के
- देवराय दुवितीय के
- नरसिंह सालुव के
92. कृष्णदेव राय द्वारा रचित अमुक्तमल्यद किस भाषा का ग्रन्थ है?
- हिन्दी
- संस्कृत
- फ़ारसी
- तेलुगू
93. प्रसिद्ध विट्ठल स्वामी का मन्दिर तथा हजारा का मन्दिर का निर्माण किसने करवाया था?
- देवराय द्वितीय
- हरिहर द्वितीय
- कृष्णदेव राय
- बुक्का प्रथम
94.ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह कहाँ स्थित है?
- आगरा
- अजमेर
- दिल्ली
- लाहौर
95.सुहरावर्दी सिलसिला का मुख्य केन्द्र कहाँ था?
- बिहार
- महाराष्ट्र
- पंजाब
- गुजरात
96. सूफी संतो के शिष्यों को क्या कहा जाता था?
- पीर
- वली
- मुरीद
- ये सभी
97. विशिष्टादेत मत के प्रवर्तक है
- शंकराचार्य
- मध्वाचार्य
- निम्बार्काचार्य
- रामानुजाचार्य
98. अद्देत वाद मत को प्रवर्तन किसने किसने किया था?
- शंकराचार्य
- कबीर
- चैतन्य
- निम्बार्काचार्य
99. उत्तर भारत में भक्ति आन्दोलन के विस्तार का श्रेय किसे ह?
- कबीर
- चैतन्य
- मीराबाई
- रामानन्द
100. निम्न में से किस संत का सम्बन्ध जुलाहा जाती से था?
- कबीर
- धन्ना
- रैदास
- दादू दयाल