CTET UPTET 2018 Prefixes Suffixes Study Material in Hindi
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उपसर्ग एवं प्रत्यय (Prefixes And Suffixes)
उपसर्ग (Prefixes)
जो शब्दांश किसी शब्द के पहले जुड़कर उसके अर्थ को परिवर्तित कर देता है, उसे उपसर्ग कहते हैं; जैसे—अन् + आदर = अनादर, दुर् + दिन = दुर्दिन, अभि + मान = अभिमान, अव + गुण = अवगुण।
यहाँ कुछ शब्द और उनमें प्रयुक्त उपसर्गों की सूची दी जा रही है
शब्द | उपसर्ग |
अत्यन्त | अति |
अत्याचार | अति |
अधिकार | अधि |
अध्यक्ष | अधि |
अध्यादेश | अधि |
अध्ययन | अधि |
अनुचर | अनु |
अन्वय | अनु |
अपयश | अप |
अपव्यय | अप |
अभिमुख | अभि |
अभ्यास | अभि |
अभिसार | अभि |
अवकाश | अव |
आरम्भ | आ |
आहार | आ |
उन्नति | उत् |
निर्जीव | निर् |
निर्वाह | निर् |
निष्काम | निस् |
निष्कलंक | निस् |
निस्तेज | निस् |
निष्कपट | निस् |
पराजय | परा |
पराक्रम | परा |
पर्याप्त | परि |
परिजन | परि |
पर्यटक | परि |
प्रबल | प्र |
प्रताप | प्र |
प्रसिद्ध | प्र |
प्रस्ताव | प्र |
प्रत्यक्ष | प्रति |
प्रतिकार | प्रति |
सदाचार | सत् |
पुरातन | पुरा |
अनमोल | अन |
परलोक | पर |
कुकर्म | कु |
कुपुत्र | कु |
अहिंसा | अ |
अकाल | अ |
पुनर्विवाह | पुनर् |
पुनर्कथन | पुनर् |
अंतर्मुखी | अंतर् |
स्वदेश | स्व |
प्राक्कथन | प्राक् |
प्रागैतिहासिक | प्राक् |
सहमति | सह |
अनपढ़ | अन |
भरपूर | भर |
उज्जवल | उत् |
प्रत्यय (Prefixes)
प्रत्यय उस शब्दांश को कहते हैं, जो किसी शब्द के अन्त में जुड़कर भिन्न अर्थ प्रकट करता है। यह मूल शब्द के अर्थ को विशिष्ट बना देता है; जैसे— कवि + त्व = कवित्व, गरीब + ई = गरीबी, हर्ष + इत = हर्षित, श्री + मान = श्रीमान् इत्यादि।
यहाँ कुछ शब्द और उनमें प्रयुक्त प्रत्ययों की सूची दी जा रही है
शब्द | प्रत्यय |
रटन्त | अन्त |
छाया | आ |
लड़ाई | आई |
उठान | आन |
मिलाप | आप |
बचाव | आव |
मिलावट | आवट |
घुमक्कड़ | अक्कड़ |
तैराक | आक |
पालनहार | हार |
बंधन | न |
गायक | अक |
पवन | अन |
भिक्षु | उ |
सूचना | अनै |
दयालु | आलु |
स्मरणीय | अनीय |
चाँदयी | नी |
उपजाऊ | आऊ |
पंजाबी | ई |
पंडिताइन | आइन |
धोबिन | इन |
लड़की | ई |
देवरानी | आनी |
लघुता | ता |
आवश्यकता | ता |
कौशल | ल |
CTET UPTET 2018 Prefixes Suffixes Notes Study Material in Hindi
- उपसर्ग कोई सार्थक शब्द नहीं होते, किन्तु वे जिस शब्द से जुड़ते हैं उसमें एक विशेषता अवश्य ला देते हैं।
- उदाहरण के तौर पर ‘हार’ शब्द में ‘आ’ उपसर्ग जुड़ने से ‘आहार’; ‘वि’ उपसर्ग जुड़ने से ‘विहान’ तथा ‘प्र’ उपसर्ग जुड़ने से ‘प्रहार’ शब्द बनता है।
- प्रत्यय से शब्दों का विस्तार होता है। ‘सुन्दर’ विशेषण शब्द है, लेकिन जब इसमें ‘ता’ प्रत्यय लगता है तो ‘सुन्दरता’ भाववाचक संज्ञा बन जाती है। ‘बुद्धि’ संज्ञा है, जिसमें ‘मान’ प्रत्यय लगाने से ‘बुद्धिमान’ तथा ‘हीन’ प्रत्यय लगाने से ‘बुद्धिहीन’ जैसे विशेषण पद बनते हैं।