CTET UPTET Transport Parivahan Study materiel in Hindi
CTET UPTET Transport Parivahan Study materiel in Hindi
परिवहनCTET UPTET Transport Parivahan Study Materiel in Hindi
परिवहन लोगों एवं सामान के आवागमन के साधन होते हैं। पुराने समय में अधिक दूरी की यात्रा करने में अत्यधिक समय लगता था। उस रसमय लोग पैदल चलते थे एवं अपने सामान को ढोने के लए पशुओं का उपयोग करते थे। पहिए की खोज से परिवहन आसान हो गया । समय के शाथ परिवहन के विभिन्न साधनों का विकास होता गया, लेकिन आज भी लोग परिवहन के लिए पशुओं का उपयोग करते है। हमारे देश में सामान्यत: गधे, खच्चर, बैल एवं ऊँट का उपयोग किया जाता है। दक्षिणी अफ्रीका के एण्डीज पर्वत में लामा का उपयोग उसी तरह होता है, जैसे तिब्बत में याक का उपयोग होता है। प्रारम्भ मं अन्य देशों के व्यापारियों को भारत् पहुँचने में महीनों लग जाते थे। वे समुद्री मार्ग से या थलीय मार्ग से आते थे। हवाई यात्रा ने परिवाहन को द्रुत बना दिया है। आज भारत से यूरोप की यात्रा करने में केवल 6 से 8 घण्डे का समय लगता है। इस प्रकार परिवहन के आधुनिक साधन समय एवं ऊर्जा की बचत करते हैं। वर्तमान समय में परिवहन के चार मुख्य साधन है- सड़क रेल, जल एवं वायु।
सड़क परिवहन CTET UPTET Road transport Study Materials in Hindi
कम दूरी की यात्रा करने के लिए सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाले मार्ग सड़क मार्ग हैं। सड़कों का निर्माण मैदानी क्षेत्रों में अधिक हुआ है। ब ढती जनसंख्या के कारण परिवहन में आने वाली भीड़ भाड़ जैसी समस्याओं से निपटने के लिए सड़कों के ऊपर फ्लाईओवर बनाए गे हैं और भूमि के अन्दर भूमिगत मार्गों (उपमार्गो) का निर्माण किया जा रहा है।
हमारे देश में सड़कों का वितरण असमान है। लगभग 33 लाख किसी लम्बाई की सड़कों का निर्माण हो चुका है। जिनमें 15 लाख किसी पक्की सड़के हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से सातावाँ स्थान होते हुए भी सड़क परिवहन में हमारा देश विश्व में तीसरे स्थान पर है
सम्बन्धित तथ्य Related facts Study material in Hindi
- हिमालय पर्वत पर मनाली लेह राजमार्ग विश्व के सबसे ऊँचे सड़क मार्गो में से एक है।
- सबसे लम्बा राष्ट्री राजमार्ग NH- 7 है, जो वारणसी से कन्याकुमारी तक जाता है।
- भारत में सड़को को राष्ट्रीय राजमार्गो, राज्य राजमार्गों, जिला स्तरीय सड़को, ग्रामीण सड़कों, सीमा सड़को, अन्तर्राष्ट्रीय राजमार्गों तथा एक्सप्रेस राजमार्गों में विभक्त किया गया है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यों की राजधानियाओं को जोड़ने वाली प्रमुख सड़के हैं तथा इनका निर्माण करना केन्द्र सरकार का दायित्य है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल संख्या 143 है।
- स्वर्णिम चतुर्भुजीय महामार्ग दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता को जोड़ता है।
रेल परिवहन CTET UPTET Rail Transport Study material in Hindi
रेलमार्ग के द्वारा तीव्रता से एवं कम खर्च में लोगों का आवगमन एवं भारी सामन को ढोने का कार्य होता है। वाष्प के इन्जन की खोज एवं औद्दोगिक क्रान्ति ने रेल परिवहन के तीव्र विकास में सहायता प्रदान की। डीजल एवं विद्दुत इन्जनों ने व्यापक रूप से वाष्प के इन्जनों का स्थान ले लिया है। सुपरफास्ट रेलगाड़ियो से परिवहन की गति और तीव्र हो गई है। मैदानी भागों में रेलमार्गों का जाल व्यापक रूप से फैला है। उन्नत प्रौद्दोगिकीय कौशल से दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में भी रेलमार्ग बनाना सम्भव हो गया है, लेकिन इनकी संख्या काफी कम है। भारतीय रेलमार्गों का जाल भली-भाँति विकसित है।
सम्बन्धित तथ्य Related facts Study material in Hindi
भारतीय रेलवे देश में परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण साधन है। यह लगभग तीन-चौथाई यात्री परिवहन तथा लगभ्ग 60% माल परिवहन वहन करती है।
- भारत की पहली रेल 16 अप्रैल, 1853 ई. को मुम्बई और थाणे के बीच 34 किमी चली।
- भारतीय रेल परिवहन एशिया कासबसे बड़ा और विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा परिवहन है।
- भारतीय रेल का सर्वाधिक लम्बा रेलमार्ग जम्मूवती से कन्याकुमारी तक है।
- विश्व का सबसे लम्बा रेलवे प्लेटफार्म गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) है।
- भारतीय रेल की सबसे लम्बी सुरंग कोकण रेलवे की है।
- कोलकाता और दिल्ली भारतीय रेल की भूमिगत रेलें (Metro Trains) है।
- भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली रेलगाड़ी शताब्दी एक्सप्रेस है।
- भारतीय रेल में गेज हैं—ब्रॉडगेज (1.676 मी), मीटर गेज (1.0 मी), नैरोगेज (0.676 मी), लाइट गेज (0.610 मी)।
- ट्रांससाइबेरियन रेलमार्ग विश्व में सबसे लम्बा रेलमार्ग है, जो पश्चिमी रूप में सेंट पीटर्सबर्ग से प्रशान्त महासागरीय तट पर स्थित व्लादि वोस्टक तक जाता है।
जल परिवहनCTETUPTET Water Transport Study material in Hindi
प्रारम्भिक समय में परिवहन के लिए जलमार्ग का उपयोग किया जाता था। अधिक दूरी में भारी एवं बड़े आकार के सामानों को ढोने के लिए जलमार्ग सबसे सस्ता साधन होता है। ये मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं- आन्तरिक जलमार्ग एवं समुद्री जलमार्ग।
नदियों एवं झीलों का उपयोग आन्तरिक जलमार्ग के लिए होता हैं। कुछ महत्वपूर्ण आन्तरिक जलमार्ग हैं गंगा-ब्रह्रमपुत्री नदी तन्त्र, उत्तरी अमेरिका में ग्रेट लेक एवं अफ्रीका में नील नदी।
समुद्री एवं महासागरीय मार्गों का उपयोग सामान्यत: व्यापारिक माल एवं सामान को एक देश से दूसरे देश में पहुँचाने के लिए करते हैं। ये मार्ग पत्तनों से जुड़े होते हैं। विश्व के कुछ महत्वपूर्ण पत्तन हैं- एशिया में सिगापुर एवं मुम्बई, उत्तर अमेरिका जलमार्ग एवं समुद्री जलमार्ग।
नदियों एवं झीलों का उपयोग आन्तरिक जलमार्ग के लिए होता है। कुछ महत्वपूर्ण आन्तरिक जलमार्ग हैं। गंगा- ब्रह्रमपुत्री नदी तन्त्र, उत्तरी अमेरिका में ग्रेट लेक एवं अफ्रीका में नील नदी।
समुद्री एवं महासागरीय मार्गों का उपयोग सामान्यत: व्यापारिक माल एवं सामन को एक देश में पहुँचाने के लिए करते हैं। ये मार्ग पत्तनों से जुड़े होते हैं। विश्व के कुछ महत्वपूर्ण पत्तन हैं- एशिया में सिंगापुर एवं मुम्बई, उत्तर अमेरिका में न्यूयॉर्क एवं लॉस एंजिल्स, अफ्रीका में केपटाउन, ऑस्ट्रेलिया में सिडनी, यूरोप में लन्दन।
भारत के प्रमुख बन्दरगाह Major Ports of India Study Material in Hindi
नाम | समुद्र | राज्य |
मुम्बई चेन्नई विशाखापटटनम जवाहरलाल नेहरू कोचीन न्यू मंगलौर | अरब सारग बंगाल की खाड़ी बंगाल की खाड़ी अरब सागर अरब सागर अरब सागर | महाराष्ट्र तमिलनाडु आन्ध्रप्रदेश महारष्ट्र केरल कर्नाटक |
सम्बन्धित तथ्य Related facts Study material in Hindi
- भारत के समुद्री मार्ग का बेड़े की दृष्टि से विश्व में 17 वाँ एवं एशिया में दूसरा स्थान है।
- मुम्बई में न्हावाशोवा बन्दरगाह भारत का सर्वाधिक अत्याधुनिक सुविधायुक्त बन्दरगाह है।
- कोचीन एक प्राकृतिक बन्दरगाह है और इसे पश्चिमी तट का सर्वश्रेष्ठ बन्दरगाह कहा जाता है।
- चेन्नई बन्दरगाह देश का सबसे प्राचीन बन्दरगाह है।
- विशाखापटटनम बन्दरगाह देश का सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक बन्दरगाह है। यह देश का सबसे गहरा बन्दरगाह भी है। यहाँ जहाजों का निर्माण व मरम्मत भी की जाती है।
- NW -1 सबसे लम्बा राष्ट्रीय जलमार्ग है, जो इलाहाबाद से होकर हल्दिया तक जाता है।
वायु परिवहन CTET UPTET Air Transportation Study Materials in Hindi
आधुनिक युग में विकसित यह परिवहन सबसे तीव्र मार्ग है। ईंधन के महँगे होने के कारण यह सर्वाधिक महँगा साधन है। वायु यातायत खराब मौसम से कुप्रभावित होता है। यह यातायात का एकमात्र ऐसा साधन है, जो दूर एवं दुर्गम स्थानों तक पहुँच सकता है, जहाँ सड़क एवं रेलमार्ग नहीं है।
वायुयान की सहायता से बहुत कम समय में काफी अधिक दूरी तय कर सकते हैं। वायुमार्ग से अगम्य स्थानों एवं संकटकालीन स्थितियों में लोगों को बचाने एवं भोजन, जल, कपड़े एवं दवाएँ बाँटने में सहायता मिलती है। देश के कुछ प्रमुख हवाई अडडे निम्न हैं
- मुम्बई (छत्रपति शिवाजी)
- दिल्ली (इन्दिरा गाँधी)
- चेन्नई (कामराज)
- कोलकाता (नेताजी सुभाषचन्द्र बोस)
- हैदराबाद (राजीव गाँधी)
सम्बन्धित तथ्य Related facts Study material in Hindi
जे.आर.डी. टाटा प्रथम भारतीय थे जिन्होने 1931 में मुम्बई से कराँची तक अकेले उड़ान भरी थी।
एयर इण्डिया अन्तराष्ट्रीय उड़ानों के लिए और इण्डियन एयरलाइन्स को अन्तर्देशीय तथा पड़ोसी देशों की उड़ानों के लिए स्थापित किया गया है।
पवन हंस लिमिटेड भी एक महत्वपूर्ण कम्पनी है जो तेल और प्राकृतिक गैस निगम को समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों तथा दुर्गम क्षेत्रों के लिए हैलीकॉप्टर सेवाएँ प्रदान कर रही है।
संचारCTET UPTET Communications Study Material in Hindi
संचार एक स्थान से दूसरे स्थान तक सूचना पहुँचाने की प्रक्रिया है। मानव ने तकनीकी विकास के साथ संचार के नए एवं अच्छे साधनों को विकसित कर लिया है। संचार साधनों के विकास में पूरे विश्व में क्रान्ति आई है। सूचना प्रदान करने के लिए, शिक्षा तथा मनोरंजन के लिए संचार के विभिन्न साधनों का उपयोग होता है। समाचार- पत्रों, रेडियों एवं टेलीविजन के द्वारा हम बड़ी संख्या में लोगों के साथ संचार कर सकते हैं। सेटेलाइट से तेल की खोज, वनों का सर्वेक्षण, मौसम पूर्वानुमान एवं आपदा पूर्व चेतावनी में काफी सहायता मिलती है।
वर्तमान समय में इन्टरनेट के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक मेल या ई-मेल भेज कर सूचनाओं के आदान-प्रदान करने का प्रचलन अधिक हुआ है। इन्टरनेट के माध्यम से विश्व भर में केवल सूचना एवं परस्पर समीपता ही नहीं मिलती, अपितु इनमें हमारा जीवन अधिक सुखमय भी बन गया है। इन्टरनेट के माध्यम से हम घर बैठे ही रेल, हवाई जहाज के टिकट आरक्षित करवा सकते हैं।
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