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M1 R4 Output Device Study Material in Hindi

M1 R4 Output Device Study Material in Hindi

M1 R4 Output Device Study Material in Hindi:- इस पोस्ट में आपकों मिलेगी आउटपुट डिवाइस (Output Device) से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे मॉनीटर, प्रिंटर, प्लाटर, मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर स्पीच सिंथेसाइज़र, आदि के विषये में महत्वपूर्ण जानकारी।

M1 R4 आउटपुट डिवाइस Study Material in Hindi

आउटपुट डिवाइस, कम्प्यूटर सिस्टम का वो डिवाइस होता है जो रिजल्ट या सूचना को हार्ड कॉपी (प्रिंटर द्वारा) के रूप में अथवा सॉफ्ट कॉपी (मॉनीटर द्वारा) के रूप में प्रदान करता है। कुच साधारण आउटपुट इस प्रकार है:मॉनीटरप्रिंटरप्लाटरमल्टीमीडिया प्रोजेक्टरस्पीच सिंथेसाइजरमॉनीटरमॉनीटर दो प्रकार के होते हैCRT (कैथोड रे टयूब)TFT – LCD ( थिन फिल्म ट्रासिस्टार लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले)M1 R4 CRT मॉनीटर Study Material in Hindiएक वीडीयू या CRT मॉनीटर काफी कुछ टेलीवीजन से मिलता जुलता दिखात है और इसके साइज (जैसे कि TV में भी होता है) को स्क्रीन की डाय़ग्नल लेंथ में मापा जाता है। मॉनीटर 12 , 14 , 15, 17, 19 और 21 के साइज में उपलब्ध हेत हैं। ये टेक्स्ट अथवा पिक्टर को कलर या ब्लैक एवं व्हाइट रूप में दिखाते हैं। कलर मॉनीटर, ब्लैतक एडं व्हाइट मॉनीटर की तुलना में अधिक महँगे होते हैं। आप जो भी की बोर्ड से टाइप करते हैं, उसे मॉनीटर पर देख सकेत हैTFT-LCD मॉनीटरLCD  मॉनीटर एक फ्लैट पैनल टाइप का मॉनीटर होता है जो नोटबुक पीसी में प्या जाता है। TFT- LCD  (थिन फिल्म ट्रांसिस्ट लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले),  LCD  का ही एक दूसरा रूप है जो TFT (थिन फिल्म ट्रासिस्टर) टैक्नॉलॉजी का प्रयोग करता है ताकि इमेज की क्वालिटी में बढ़ात्तरी हो सके।TFT-LCD  एक तरह का ऐक्टिव मैक्ट्रिक्स LCD है। यह टैलीवीजन, फ्लैट पैनल डिस्प्ले, प्रोजेक्टर आदि में इस्तेमाल होता है।
मॉनीटर
मॉनीटर
TFT- LCD  में एक सैडविच जैसा स्ट्राक्टर होता है जिसमें दो ग्लास प्लेटों के बीच में लिक्विड क्रिस्टल भरा होता है। TFT ग्लास में उतने  TFT होते हैं जितने पिक्सेल डिस्पेले किए जाते हैं, जबिक एक कलर फिल्टर ग्लास में एक कलर फिल्टर होता है जो कलर जनरेट करता 7है। लिक्विड क्रिस्टल के मूवमेंट से कलर उत्पन्न होता है।

M1 R4 प्रिंटर Study Material Notes in Hindi

प्रिंटर सबसे अधिक लोकप्रिय आउटपुट डिवाइलस है। यह सूचना को सथाई पढ़े जा सकने वाले रूप में प्रदान करता है। यह प्रोग्राम, डाटा और परिणाम को प्रिंटेड आउटपुट के रूप में प्रदान करता है एक कैरेक्ट प्रिंटर टेक्स्ट के अक्षरों को एक एक करके प्रिट करता है। ये प्रिंटर धीमी स्पीड वाले होते हैं। इनकी प्रिट करने की स्पीड 300 से 600 कैरेक्ट प्रति सैकैंड होती है। कैरेक्टर प्रिंटरों को दो भागों मं वर्गीकृत किया जा सकता है:

M1 R4 इंपेक्ट प्रिंटर Study Material in Hindi

नॉन इंपैक्ट कैरेक्टर प्रिंटर

इंपेक्ट प्रिंटर एक इलेक्ट्रो मैकेनिकल तकनीक का प्रयोग करते हे जो टेक्स्ट की प्रिंट करने वाले के लिए हैमर या पिनों को रिबल या पेपर एक स्ट्राइक करने के लिए तायार करात हैं दो प्रकार के इपैक्ट प्रिंटर उपलब्ध है, डॉट मैट्रिक्स और लेटर क्वालिटी प्रिंटर।नॉन इंपेक्ट प्रिंटर किसी इलेक्ट्रो मैकेनिकल प्रीडिंग हैड को रिबन या पेपर पर स्ट्राइक करने के लिए इस्तेमाल नहीं करते हैं। इसमें टेक्स्ट को प्रिंट करने के लिए थर्मल, केमिकल, इलेक्ट्रोस्टेटिक, लेजर बीम अथवा इंक जैट करनीका का प्रयोग किया जाता है। आम तौर पर नॉन इपैक्ट प्रिंटरों का एक ही नुकसान है और वे ये कि इसमें से एक बार टेक्स्ट की केवल एक ही प्रिंट कॉपी निकलती है। जबकि इंपेक्ट प्रिंटर टेक्स्ट की कई सारी कॉपीज निकाल सकता है।

M1 R4 डॉट मैट्रिक्स इंपेक्ट कैरेक्टर प्रिंटर Study Material in Hindi

इस प्रिंटर में डॉट के मैट्रिक्स से डॉट को चुनकर अक्षरों को प्रिंट किया जाता है। प्रिंटर के हैड पर 7 , 9 , 14, 18, 24 पिनों की एक वर्टिकल ऐरे होती है। एक कैरेक्टर कई स्टेप्स में प्रिंट हो पाता है। डॉट मैट्रिक्स में से क बार मं एक डॉट कॉलम को चुना जाता है। कॉलम के चुने हुए डॉट प्रिंट हैड द्वारा एक एक करके प्रिंट होते जाते हैं जैसे यह लाइन के किनारे मूव करता जाता है।
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर काफी फ्लेक्सिबल होते हैं। इनमें फिक्स्ड कैरेक्टर फाँट नहीं होते हैं। एक प्रिंटर के कैरेक्टर सैट को ही फाँट कहा जाता है चूँकि फाँट  फिक्स्ड नहीं होते हैं त: सॉफ्टवेयर की सहायता से डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर किसी भी साइज के कैरेक्टर प्रिंट कर सकता है। यह कई विशेष कैरेक्टर जैसे  आदि, तथा कई तरह के बोल्ड या एक्सपांडेड एवं इटालिक्स कैरेक्टर, किसी भी भाषा के कैरेक्टर एवं प्रिंट ग्राफिक्स आदि को भी प्रिंट कर सकता है।

 

M1 R4 नॉन इंपैक्ट कैरेक्टर प्रिंटर Study Material Notes in Hindi

इस तरह के प्रिटर थर्मल, इलेक्ट्रोस्टैटिक, केमिकल तथा इंकजेट टेक्नॉलॉजी का प्रयोग करते हैं। इन बसकों आगे संक्षेप में वर्णित किया गया है।

लेडर प्रिंटर

लेजर प्रिंटर नॉन इंपैक्ट टाइप के प्रिंटर होते हैं। ये क बार में एक पेज प्रिंट करते हैं। ये लेजर या अन्य लाइट सोर्स का प्रयोग करके एक फोटों सेंसिटिव ड्रम पर इमेज बनाते हैं। कम्प्यूटर, लेजर बीम की ऑन या ऑफ प्रक्रिया को कंट्रोल करता है। एक इमेज रास्टर स्कैन प्रिसिपल के आधार पर बती है। लेजर एक्सपोस्ड एरिया, टोनर (एक तरफ का इंक पाउडर) को अपनी ओर खींचते हैं। इसके बाद ड्रम टोनर को पेपर पर ट्रांसफर कर देता है। पेपर तब एक फ्यूजिंग स्टेशन की ओर बढ़ता है जहाँ टोनर स्थाई रूप से, हीट या प्रेशर के द्वारा पेपर पर फ्यूज हो जाता है। इसके बाद ड्रम को डिस्चार्ज करके साफ कर दिया जाता है। इसके बाद ड्रम अगले पेज की प्रोसेसिंग के लिए तैयार हो जाता है।
लेजर प्रिंटर
लेजर प्रिंटर
माइक्रों फिल्म तथा माइक्रोफिश (Microfiche) पर कम्प्यूटर आउटपुटइस तकनीक में कम्प्यूटर से लिया गया आउटपुट एक माइक्रोफिल्म पर छोटी फिल्म इमेजों के रूप में इमेजों के रूप में रिकॉर्ड किया जाता है। माइक्रों फिल्म पर रिकॉर्ड की गई सूचना को एक माइक्रों फिल्म व्यूइंग सिस्टम द्वारा पढ़ा जा सकता है। कम्प्यूटर के आउटपुट को पहले मॉनीटर पर डिस्प्ले किया जाता है। इसके साइज को 48 गुना या इससे अधिक घटाया जाता है और इसके बाद ही इस एक रोल या माइक्रों फिल्म की शीट पर रिकॉर् किया जाता है। एक हार्ई स्पीड कैमरा पर दिखाई गई सूना की तस्वीरे लेता है। यह प्रोसेस बहुत तेजी से होती है, हाई स्पीड प्रिंटरों से भी 15-20 गुना तेजी से। तस्वीरों पोटोग्राफों को 32000 लाइनें प्रतिमिनट तक की स्पीड से लिया जा सकता है। चूँकि यह सिस्टम बहुत महँगा होता है, यह केवल बड़े वॉल्यूम जॉब्स के लिए ही उपयुक्त है। प्रिंटेड सूचना पेपर पर रखने की अपेक्षा फिल्म स्टोरेज ज्यादा सस्ती है। एक माइक्रोफिश 4 x6 की एक फिल्म शीट होती है। एक माइक्रोफिश में 270 पेजों तक की सूचना के 1000 पेज तक स्टोर कर लेते हैं। माइक्रोफिश पर रखे डाटा को एक जगह से दूसरी जगह भेजना आसान होता है।

M1 R4 वॉयस रिस्पाँस सिस्टम Study Material Notes in Hindi

वॉयस रिस्पाँस सिस्टम कम्प्यूटर को यूजर से बात करने की सुविधा देता है ऑडियों रिस्पाँस एक आउटपुट माध्यम है जो कि कम्प्यूटर सिस्टम से वर्बल रिस्पाँस उत्पन्न करता है। वॉयस रिस्पाँस सिस्टम के स्टोरेज माध्यम में पहले से अंकित आवाजों की यथा संभव जाँच होती है। प्रत्येक आवाज को एक कोड दिया जाता है। जब जाँच खत्म हो जाती है, नियमों के एक सैट का पालन करता है। ये कोड मैसेज, ऑडियों रिस्पाँस डिवाइस को ट्रांसफर कर दिए जाते हैं जो आवाज को सही क्रम में एसेबल करती है और ऑडियों मैसेज को, सूचना की रिक्वेस्ट करने वाले स्टेशन को वापस भेज देती है।वॉयस रिस्पाँस सिस्टम सिर्फ उन ऐप्लीकेशनों के लिए ही उचित होता है जहाँ पर लो स्पीड ह्रयूमन मशीन इंटरैक्शन होता है। अमेरिका का बैंकिग उद्दोग, इस वॉयस रिस्पाँस तकनीक का सबसे बड़ा यूजर है। टैलीफोनों पर आने वाली बैंक अकाउंट स्टेटस की इन्क्वायरी का जवाब देना ही सबसे क्मन बेंकिंग ऐप्लीकेशन है। कई खिलौने भी वॉयस रिस्पाँस सिस्टम का प्रयोग करके बच्चों को पढ़ाते और उनका मनोरंजन करते हैं।टच एंड टेल खिलौना जो कि प्रारंभिक शब्दावील और अंग्रजी पढ़ाता है, प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए बनाया गया है।वाँयस रिस्पाँस तकनीक के सबसे बड़े यूजर बैंकि होते हैं ऐसे सिस्टम का प्रयोग पीसी के साथ किया जाता है। टेक्साज इंस्ट्रमेंट क ने स्पीक एंड स्पेल सिस्टम बनाया है जिसकी सहायता से 200 प्रारंभिक शब्दों को सही तरीके से स्पेल करना और बोलना सिखाय जाता है। आडियों रिस्पाँस कमें चुनी हुई आवाजों को सिंथेसाइज करने के लिए, एक लो कॉस्ट सिंगल एंटीग्रेटेड चिप की सहायता ली जाती है।

M1 R4 मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर Study Material in Hindi

मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर, पीसी से जुड़ी क आउटपुट डिवाइस है जो सूचना को कम्प्यूटर से ल्कर एक बड़े स्क्रीन (कपड़े की स्क्रीन या दीवार) पर प्रोजेक्ट् करती है। इस प्रकार से सूचना को अनेक लोगों को दिखाया जा सकता है। इसका व्यापक प्रयोग प्रेजेटेशन देने में किया जाता है। प्रेजेंटस डिस्प्ले की जाने वाली सूचना को अधिक समझने योग्य बनाने के लिए उसे डिस्प्ले की जाने वाली सूचना को अधिक समझने योग्य बनाने के लिए उसे सीधे पोइंट करके, मार्क करके या एडिट करके दिखा सकता है। एक पीसी पर ऑडियों, वीडियों, इमेज या ऐनीमेसन कुछ भी बनाया जा सकता है और मल्टीमीडिया के प्रयोग से प्रेजेंटेशन को अधिक जीवंत और रोचक बनाया जा सकता है।

M1 R4 स्पीच सिंथेसाइजर Study Material in Hindi

स्पीच सिथेसाइजर एक आउटपुट डिवाइस है जो टैक्सचुअल डाटा को बोले जान वाले वाक्यें मं बदल देती है। स्पीच उत्पन्न करने के लिए बेसिक साउंड यूनिटों जिन्हें Phonemes  कहा जाता है, को जोड़ा जाता है। एक टेक्स्ट में शब्दों की सीक्वेंस को जोड़कर Phonemes बनाए जाते हैं और कम्प्यूटर में लगे स्पीकर द्वारा इन्हें ऐप्लीफाई करके इनका आउटफुट निकाला जाता है।स्पीच सिंथेसाइजर का व्यापक प्रयोग गूँगे एवं अंधे लोगों के इलाज के लिए किया जाता है। अंधों के लिए इसका प्रयोग करके टेक्स्ट सूचना को पढ़ा जा सकता है। जबकि गूँगे जो कहना चाहते हैं उसे टाइप कर सकते हैं और यह उस टाइप किए टेक्स्ट को बोलने जाने वाले शब्दों में बदल देगा।Life Our Facebook PageSee Also : O Level Study Material Notes Sample Model Practice Question Papers with AnswersO Level

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