SSC CGL TIER 1 Metal Non metal and Metalloids Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Metal Non metal and Metalloids Study Material In Hindi
धातु, अधातु तथा उपधातु
- ये कठोर, चमकदार, आघातवर्ध्य, तन्य तथा ध्वनिक होती हैं। ये विद्युत तथा ऊष्मा का चालन ठोस तथा गलित दोनों अवस्थाओं में कर सकती हैं।
- ये जल तथा अम्लों के साथ हाइड्रोजन गैस मुक्त करती हैं।
- धातुएँ जो अधिक सक्रिय होती हैं, कम सक्रिय धातुओं को उनके लवणों से विस्थापित कर देती हैं। धातुओं की सक्रियता का क्रम है
पोटैशियम(K)>सोडियम(Na)>कैल्सियम(Ca)> मैग्नीशियम(Mg)>एल्युमीनियम(Al)>आयरन(Fe)>लेड(Pb)>हाइड्रोजन(H)>ताँबा(Cu)>पारा(Hg)>चाँदी(Ag) >सोना(Au)>।
अत: सोना सबसे कम क्रियाशील धातु है।
उदाहरण— लोहे की कीलों को कॉपर सल्फेट के विलयन (नीले) में रखने पर, लोहा अधिक सक्रिय होने के कारण, कॉपर सल्फेट के विलयन से कॉपर को विस्थापित कर देता है जिससे विलयन का नीला रंग लुप्त हो जाता है।
- पारा (धातु) कमरे के ताप पर द्रव होता है।
- सोडियम तथा पोटैशियम मृदु धातुएँ हैं। ये अत्यधिक क्रियाशील होने के कारण जल तथा वायु से भी क्रिया करती हैं। इस कारण इन्हें कैरोसीन के तेल में रखा जाता है। सोडियम तथा पोटैशियम, जल में जलने लगते हैं जबकि कैल्सियम धातु, जल के ऊपर तैरने लगती है।
- ताँबे का ज्ञान मनुष्य को सर्वप्रथम हुआ था।
- Pb (लेड), विद्युत का कुचालक है।
- पीले लैम्प में सोडियम (द्रव) जबकि श्वेत लैम्प में मर्करी का प्रयोग किया जाता है।
- Ti को रणनीतिक धातु (Strategic metal) भी कहा जाता है।
- आतिशबाजी में हरा रंग बेरियम की तथा गहरी लाल रंग स्ट्रान्शियम की उपस्थिति के कारण होता है। ओसमियम सबसे भारी धातु है।
Non-metals For SSC CGL TIER 1
अधातुएँ
- आवर्त सारणी के अनुसार 22 आधात्वीय तत्व हैं जिनमें गैसें— 11
- द्रव-1
- ठोस-10
- अधातुएँ ऊष्मा एवं विद्युत की कुचालक होती हैं।
- अधातुएँ ठोस, द्रव या गैस अवस्था में हो सकती हैं। (केवल ब्रोमीन ही ऐसी अधातु है जो द्रव है।)
- इनका गलनांक व क्वथनांक कम होता है ये ऑक्सीजन के साथ सामान्यत: अम्लीय ऑक्साइड बनाती हैं।
उदाहरण—उत्कृष्ट गैसें (जैसे-हीलियम (He), निऑन (Ne), ऑर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), जिनॉन (Xe) तथा p-ब्लॉक के कुछ अन्य तत्व।
अधातुओं के अपवाद
- हीरा, ज्ञात पदार्थों में से सर्वाधिक कठोर है।
- आयोडीन चमकदार होती है।
- ग्रेफाइट विद्युत का अच्छा चालक है।
हीलियम (Helium) को गुब्बारों तथा हल्के वायुयानों में भरा जाता है (क्योंकि यह अज्वलनशील होती है)। इसको ऑक्सीजन के साथ मिलाकर, कृत्रिम श्वसन के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इस मिश्रण का प्रयोग गहरे समुद्री गोताखारों तथा साँस के रोग से पीड़ित रोगी द्वारा किया जाता है। गैस शीतलक नाभिकीय रिऐक्टर में ऊष्मा स्थानान्तरण कारक के रुप में प्रयुक्त होती है।
ऑर्गन (Argon) वैल्डिंग के लिए अक्रिय वातावरण उत्पन्न करने के लिए तथा अत्यधिक चमकने वाले विद्युत बल्बों को भरने के लिए प्रयोग में लाई जाती है।
ट्यूब लाइट में पारे की वाष्प तथा ऑर्गन गैस का मिश्रण भरा रहता है।
जीनॉन (Xenon) को स्ट्रेन्जर गैस (Stranger gas) भी कहा जाता है। इसको Kr के साथ मिलाकर, उच्च तीव्रता एवं छोटे प्रकाशकाल (Short Exposure) वाली फोटोग्राफिक फ्लेस ट्यूब (Flash tube) में प्रयुक्त किया जाता है।
Know Metalloids Study Material In Hindi
उपधातुएँ
- ये धातु व अधातु दोनों के गुण रखती हैं। ये केवल p-ब्लॉक में उपस्थित होती हैं।
उदाहरण — आर्सेनिक, एण्टिमनी, जर्मेनियम आदि हैं।
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