SSC CGL TIER 1 Gravitation Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Gravitation Study Material In Hindi
गुरुत्वाकर्षण
दो पिण्डों के बीच एक आकर्षण बल कार्य करता है, जिसे गुरुत्वाकर्षण कहते हैं।
- गुरुत्व बल, वह आकर्षण बल है जिससे पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती है।
- गुरुत्वाकर्षण बल को निम्न प्रकार व्यक्त किया जा सकता है
F=G(m1m2/R2)
जहाँ, गुरुत्वाकर्षण नियतांक G=6.67×10-11 न्यूटन-मी2/किग्रा है, तथा m = द्रव्यमान, R = दूरी
- पृथ्वी के गुरुत्व के कारण ही पृथ्वी पर वायुमण्डल उपस्थित है, गुरुत्व के कारण ही वायुमण्डल के कण पृथ्वी को छोड़कर नहीं जा पाते।
- चन्द्रमा पर गुरुत्वीय त्वरण (g) का मान, पृथ्वी के गुरुत्वीय त्वरण के मान का 1/6 होता है।
Know Memory Facts SSC CGL TIER 1
मेमोरी फैक्ट्स
- जब लकड़ी तथा स्टील की गेंद को निर्वात में एक साथ नीचे गिराया जाता है, तो दोनों गेंद एक साथ पृथ्वी पर पहुँचती हैं क्योंकि पृथ्वी द्वारा लगाया गया गुरुत्वाकर्षण बल सभी वस्तुओं पर एकसमान लगता है।
- जब लिफ्ट ऊपर की ओर जाती है, तो लिफ्ट में स्थित पिण्ड का भार बढ़ा हुआ प्रतीत होता है।
- जब लिफ्ट नीचे की ओर जाती है, तो लिफ्ट में स्थित पिण्ड का भार घटा हुआ प्रतीत होता है।
- जब लिफ्ट एकसमान वेग से ऊपर या नीचे गति करती है, तो लिफ्ट में स्थित पिण्ड के भार में कोई परिवर्तन प्रतीत नहीं होता है।
- डबलडेकर बसों में ऊपरी हिस्से में यात्रियों को खड़े होने की अनुमति नहीं होता, क्योंकि मुड़ते समय गुरुत्वाकर्षण का केन्द्र कम होने के कारण इनके पलटने की सम्भावना अधिक रहती है।
- पहाड़ पर चढ़ते समय यात्री सदैव आगे की ओर को झुकते हैं। ऐसा करने से यात्री का गुरुत्व केन्द्र उनके पावों के बीच से होकर गुजरता है तथा उन्हें अधिक सन्तुलन व स्थायित्व प्राप्त होता है।
- पृथ्वी से चन्द्रमा पर जाने पर सरल लोलक का आवर्तकाल बढ़ जाता है क्योंकि चन्द्रमा पर गुरुत्वीय त्वरण का मान घट जाता है।
- गुरुत्व के कारण जो त्वरण उत्पन्न होता है, उसे गुरुत्व जनित त्वरण (g) कहते हैं तथा इसका मान 9.8 मी/से2 होता है।
Facts related to ‘g’ For SSC CGL TIER 1
‘g’ से सम्बन्धित तथ्य
- पृथ्वी तल से नीचे या ऊपर जाने पर g का मान घटता है।
- पृथ्वी के केन्द्र पर g का मान शून्य होता है अत: किसी वस्तु का भार पृथ्वी के केन्द्र पर शून्य होता है लेकिन द्रव्यमान नियत रहता है।
- g का मान पृथ्वी के ध्रुव पर महत्म होता है।
- g का मान विषुवत रेखा पर न्यूनतम होता है।
- पृथ्वी की घूर्णन गति बढ़ने पर g का मान कम हो जाता है।
- पृथ्वी की घूर्णन गति घटने पर g का मान बढ़ जाता है।
- यदि पृथ्वी अपने अक्ष के चारों ओर घूमना बन्द कर दे, तो ध्रुवों के अतिरिक्त प्रत्येक स्थान पर g के मान में वृद्धि हो जाएगी। यह वृद्धि विषुवत् रेखा पर सर्वाधिक तथा ध्रुवों पर सबसे कम होगी।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers