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SSC CGL TIER 1 Indian Geography (भारत का भूगोल) Study Material In Hindi

SSC CGL TIER 1 Indian Geography (भारत का भूगोल) Study Material In Hindi  

SSC CGL TIER 1 Indian Geography (भारत का भूगोल) Study Material In Hindi

(भारत का भूगोल)

Know भौतिक भूगोल (Physical Geography) For SSC CGL TIER 1

SSC CGL TIER 1 Indian Geography (भारत का भूगोल) Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Indian Geography (भारत का भूगोल) Study Material In Hindi

भारत 804’ उत्तरी अक्षांश से 3706’ उत्तरी अक्षांश तथा 6807’ पूर्वी देशान्तर से 97025’ पूर्वी देशान्तर तक फैला हुआ है। इस प्रकार इसका अक्षांशीय तथा देशान्तरीय विस्तार लगभग 300 है। भारत की मुख्य भूमि से दूर अण्डमान तथा निकोबार द्वीपसमूह का दक्षिणतम बिन्दु इन्दिरा प्वॉइन्ट 60 45’ उत्तरी अक्षांश पर स्थित है।

यघपि भारत का अक्षांशीय एवं देशान्तरीय विस्तार लगभग एक समान अर्थात् 300 है तथापि किलोमीटर में इसका उत्तर–दक्षिण विस्तान इसके पूर्ण–पश्चिम विस्तार की अपेक्षा अधिक है।

इसका कारण यह है कि ध्रुवों की ओर जाते समय दो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी घट जाती है, जबकि दो अक्षांश रेखाओं के बीच की दूरी हर जगह एक–सी रहती है। भारत का सीमान्तर्गत क्षेत्र आगे समुद्र की ओर 12 समुद्री मील (लगभग 21.9 किमी) तक फैला हुआ है।

82030’ पूर्व याम्योत्तर को भारत का मानक याम्योत्तर चुना गया है। जो हमें भारत का मानक समय देता है। यह रेखा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले के नैनी नामक स्थल से गुजरती है। कर्क रेखा भारत के ठीक बीचों–बीच से गुजरती है और इसे लगभग दो बराबर भागों में बाँटती है। परन्तु दक्षिणी भाग की उत्तरी भाग अधिक चौड़ा है। अत: इस रेखा के दक्षिण की अपेक्षा उत्तर भारत में भारत का दो गुना क्षेत्रफल है। 220 उत्तरी अक्षांश के दक्षिण में भारतीय महाद्वीप धीरे–धीरे संकरा होता जाता है और हिन्द महासागर को दो भागों में बाँटता है। इन्हें पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी कहते हैं अर्थात् भारत एक प्रायद्वीप के रुप में स्थित हैं।

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