SSC CGL TIER 1 Isobars Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Isobars Study Material In Hindi
समभारिक

इनमें द्रव्यमान संख्या समान परन्तु परमाणु क्रमांक भिन्न होता है। इनमें न्यूक्लिऑनों की संख्या समान तथा प्रोटॉनों की संख्या भिन्न होती है।
उदाहरण- 18Ar40, 19Kr40 तथा 20C40 ।
समभारिकों के गुण
- अधिकांश भौतिक गुण एक-दूसरे से भिन्न होते हैं।
- साथ ही रासायनिक गुण एक-दूसरे में सर्वथा भिन्न होते हैं।
Know Isotones For SSC CGL TIER 1
आइसोटॉन या समन्यूट्रॉनिक
- इनमें न्यूट्रॉनों की संख्या समान होती है।
उदाहरण-1H3 तथा 2He4 दोनों में न्यूट्रॉनों की संख्या 2 है।
Isoelectronic Study Material In Hindi
समइलेक्ट्रॉनिक
इनमें इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है। उदाहरण-Ne, Na+, Mg2+ तथा Al3+ सभी समइलेक्ट्रॉनिक हैं क्योंकि सभी में 10 इलेक्ट्रॉन उपस्थित हैं।
Know Quantum Numbers For SSC CGL TIER 1
क्वाण्टम संख्याएँ
किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉन की स्थिति, ऊर्जा आदि की जानकारी देने वाली संख्याएँ, क्वाण्टम संख्याएँ कहलाती हैं।
ये चार प्रकार की होती हैं
1.मुख्य क्वाण्टम संख्या, n — यह इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा अर्थात् इलेक्ट्रॉन की नाभिक से दूरी दर्शाती है।
- द्वीगांशी क्वाण्टम संख्या, l — यह कक्षक की आकृति को दर्शाती है। s कक्षक गोलीय, p कक्षक डम्बलाकार तथा d कक्षक द्वी- डम्बलाकार होता है।
- चुम्बकीय क्वाण्टम संख्या, m — यह कक्षक के अभिविन्यास का निर्धारण करती है।
- चक्रण क्वाण्टम संख्या, s — यह इलेक्ट्रॉनों के चक्रण की दिशा को बताती है। इसका मान सदैव +-1/2 होता है।
Electronic Configuration Study Material In Hindi
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
- यह किसी परमाणु की विभिन्न कक्षाओं, उपकक्षाओं तथा कक्षकों में इलेक्ट्रॉनों की व्यवस्था को दर्शाता है।
- इसको 2,8,8,18,32 के रुप में अथवा nlx के रुप में लिखा जाता है। जहाँ, n, मुख्य क्वाण्टम संख्या, l दिगंशी क्वाण्टम संख्या तथा x इलेक्ट्रॉनों की संख्या को दर्शाता है।
- n कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की संख्या =2n2
उदाहरण— द्वीतीय कक्षा में इलेक्ट्रॉनों की संख्या = 2 X (2)2 = 8
Pauli Exclusion Principle For SSC CGL TIER 1
पाउली का अपवर्जन नियम
यह एक क्वाण्टम यान्त्रिकी सिद्धान्त है जिसके अनुसार, किन्हीं दो समान फर्मिऑन (Fermions) (वे कण जो अर्द्ध चक्रण रखते हैं) की चारों क्वाण्टम अवस्थाएँ समान नहीं हो सकती।
अत: यदि दो इलेक्ट्रॉनों के n, l और m के मान एक ही हों, तो उनमें से एक के लिए s का मान +1/2 तथा दूसरे के लिए -1/2 होगा।
Hund’s Rule Of Maximum Multiplicity Study Material In Hindi
हुण्ड का अधिकतम बहुलता का नियम
दो या अधिक समान ऊर्जा वाले कक्षकों में इलेक्ट्रॉनों का युग्मन (Pairing) केवल तभी सम्भव है जब प्रत्येक कक्षक में एक-एक इलेक्ट्रॉन आ जाए। हुण्ड के नियम को उच्चतम गुणन का नियम (Law Of Maximum Multiplicity) भी कहते हैं।
Aufbau Principle For SSC CGL TIER 1
ऑफबाऊ सिद्धान्त
- उपकक्षकों (Subshells) में इलेक्ट्रॉनों का क्रमिक प्रवेश ही ऑफबाऊ सिद्धान्त कहलाता है। इसकी उत्पत्ति एक जर्मन मुहावरा ‘Aufbau pinzip’ से हुई है। इसका अर्थ ‘एक-एक कर जोड़ने का सिद्धान्त अथवा निर्माण’ है।
- इसका प्रयोग परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखने के लिए किया जाता है।
- इलेक्ट्रॉन, कक्षकों में ऊर्जा के बढ़ते हुए क्रम में भरे जाते हैं। ऊर्जा का क्रम है
1s < 2s < 2p < 3s < 3p < 4s < 3d < 4p < 5s < 4d < 5p < 6s < 4f < 5d < 6p < 7s
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers