SSC CGL TIER 1 Magnification Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Magnification Study Material In Hindi
आवर्धन

- प्रतिबिम्ब की लम्बाई और वस्तु की लम्बाई के अनुपात को आवर्धन कहते हैं।
- उत्तल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब वस्तु से छोटा, सीधा एवं आभासी होता है, जबकि अवतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब बड़ा व वास्तविक होता है।
अवतल दर्पण के उपयोग
(i) दाढ़ी बनाने में, (ii) आँख, कान एवं नाक के डॉक्टर के द्वारा उपयोग में, (iii) गाड़ी की हेडलाइट में, (iv) सोलर कूकर में।
उत्तल दर्पण के उपयोग
(i) गाड़ी में चालक की सीट के पास पीछे के दृश्य को देखने में, (ii) सोडियम परावर्तक लैम्प में।
Dispersion Of Light Study Material In Hindi
प्रकाश का वर्ण विक्षेपण
- न्यूटन के अनुसार, जब प्रकाश की किरण एक पतले प्रिज्म से गुजरती है, तो निर्गत किरण अपने मार्ग से विचलित होने के साथ-साथ सात विभिन्न रंगों के प्रकाश में विभक्त हो जाती है। इस घटना को वर्ण विक्षेपण कहते हैं।
- प्रिज्म से श्वेत प्रकाश के कारण प्राप्त सात रंगों की पट्टिका (band) को वर्णक्रम या स्पेक्ट्रम कहते हैं। इस स्पेक्ट्रम में रंगों का क्रम इस प्रकार होता है: बैंगनी, आसमानी, नीला, हरा, पीला, नांरगी तथा लाल या अंग्रेजी में VIBGYOR।
रंगों का मिश्रण इस प्रकार होता है
- लाल + हरा + नीला = सफेद
- हरा + नीला = मोरनी रंग
- लाल + हरा = पीला
- लाल + नीला = मैजेंटा
- किसी वस्तु का रंग, उसके द्वारा परावर्तित होने वाला प्रकाश होता है।
- बैंगनी रंग सबसे अधिक तथा लाल रंग सबसे कम विचलित होता है।
- लाल, हरा और नीले रंग को प्राथमिक रंग या मूल रंग कहते हैं।
- मैजेंटा, मोरनी रंग व पीला द्वीतीय रंग कहलाते हैं।
- यदि किसी वस्तु से सफेद प्रकाश के सभी सात रंग परावर्तित होते है, तो वह वस्तु हमें सफेद दिखाई पड़ती है। यदि किसी वस्तु द्वारा सफेद प्रकाश के सभी सात रंग अवशोषित हो जाते हैं, तो वह वस्तु हमें काली दिखाई पड़ती है।
- रंगीन टेलीविजन में प्राथमिक रंग लाल, हरा एवं नीला का उपयोग किया जाता है।
Know Refraction Of Light For SSC CGL TIER 1
प्रकाश का अपवर्तन
- जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो अपने मार्ग से विचलित हो जाती है। यह घटना प्रकाश का अपवर्तन कहलाती है।
- अपवर्तन की घटना में आपतन कोण की ज्या, परावर्तन की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है, जिसे एक माध्यम के सापेक्ष दूसरे माध्यम का अपवर्तनांक कहते हैं।
- आपतित किरण अपवर्तित किरण तथा आपतन बिन्दु पर अभिलम्ब तीनों एक ही तल में होते हैं।
- लाल रंग का अपवर्तनांक सबसे कम तथा बैंगनी रंग का अपवर्तनांक सबसे अधिक होता है।
- जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो इसकी आवृति अपरिवर्तित रहती है जबकि तरंगदैर्ध्य तथा वेग बदल जाता है।
- निरपेक्ष अपवर्तनांक = निर्वात में प्रकाश की चाल/माध्यम में प्रकाश की चाल
- ताप बढ़ने पर भी सामान्यत: अपवर्तनांक घटता है।
Know them Study Material In Hindi
इन्हें जाने!
- आकाश का रंग नीला दिखाई देता है क्योंकि नीला रंग सबसे अधिक प्रकीर्णित होता है तथा फैल जाता है।
- हम दर्पण में अपने आप को देख पाते हैं क्योंकि दर्पण से प्रकाश का परावर्तन होता है।
- पृथ्वी के वायुमण्डल से अपवर्तन के कारण ही हमें तारे टिमटिमाते प्रतीत होते हैं।
- खतरे के निशान लाल रंग के बनाए जाते हैं क्योंकि लाल रंग की तरंगदैर्ध्य अधिक होती है जिसके कारण यह दूर तक दिखाई देता है।
- वर्षा के मौसम में इन्द्रधनुष दिखाई देता है क्योंकि वायुमण्डल में उपस्थित जल के कण प्रिज्म का कार्य करते हैं। परावर्तन, पूर्ण आन्तरिक परावर्तन तथा अपवर्तन द्वारा वर्ण विक्षेपण का सबसे अच्छा उदाहरण इन्द्रधनुष है।
- बिजली चमकते समय प्रकाश पहले दिखाई देता है तथा ध्वनि बाद में सुनाई देती है क्योंकि प्रकाश की चाल ध्वनि की अपेक्षा अधिक होती है।
- सूर्योदय के पहले तथा सूर्योदय के बाद भी सूर्य दिखाई देता है।
- प्रकाश के अपवर्तन के कारण द्रव में अंशत: डूबी हुई सीधी छड़ टेढ़ी दिखाई पड़ती है तथा जल के अन्दर पड़ी हुई वस्तु वास्तविक गहराई से कुछ ऊपर दिखाई पड़ती है।
- पूर्ण आन्तरिक परावर्तन होता है जब प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में जा रही हो तथा आपतन कोण, क्रान्तिक कोण से बड़ा हो।
- प्रकाशिक तन्तु पूर्ण आन्तरिक परावर्तन पर आधारित युक्ति है।
- प्रकाश के व्यतिकरण गुण के कारण जल की सतह पर फैली कैरोसिन (मिट्टी का तेल) की परत सूर्य के प्रकाश में रंगीन दिखाई देती है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers
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