SSC CGL TIER 1 Nervous System Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Nervous System Study Material In Hindi
तन्त्रिका तन्त्र
तन्त्रिका तन्त्र केन्द्रीय परिधीय तथा स्वायत्त तन्त्रिका तन्त्र से मिलकर बना होता है।
Central Nervous System Study Material In Hindi
केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र
- यह जन्तु की सारी क्रियाओं का नियन्त्रण एवं नियमन करता है। इसमें मस्तिष्क तथा सुषुम्ना या मेरुरज्जु (Spinal Cord) आता है।
- अमोनिया – 0.25%
- यूरिक अम्ल 0.03%
- गन्ध का कारण – यूरीनोड
- यूरिया-2.6%
- लवण 2%
SSC CGL TIER 1 Skeleton System Study Material In Hindi
कंकाल तन्त्र
कंकाल तन्त्र बाह्रा तथा अन्त: दो प्रकार का होता है
- बाह्रा कंकाल अक्षीय कंकाल (Exoskeleton) शरीर के बाहर उपस्थित दृढ़ सुरक्षात्मक व सहारा देने वाला ढाँचा है। उदाहरण—खोपड़ी मेरुदण्ड कशेरुक दण्ड और छाती की अस्थियाँ आदि।
- अन्त: कंकाल (Endoskeleton) यह कठोर सहारा देने वाला संरचनात्मक ढाँचा है, जो जीवधारी के शरीर के अन्दर होता है। यह कशेरुकियों व अकशेरुकियों में उपस्थित होता है।
- पक्षियों में दोनों क्लेविकल एक ओर से समेकित होकर फर्कुला बनाती है, जिसे विशेष अस्थि (Wish bone) भी कहा जाता है।
- एटलस को हाँ अस्थि, जबकि एक्सिस को ना अस्थि कहते हैं।
- बच्चों की अस्थियों में कार्बनिक पदार्थ अधिक मात्रा में होते हैं।
- अस्थियों का एक-दूसरे के साथ जुड़ना सन्धियाँ कहलाता है।
मनुष्य के शरीर में कुल हड्डियों की संख्या 206 है। बाल्यावस्था में कुल हड्डियों की संख्या 208, सिर की कुल हड्डियों की संख्या 29 (कपाल 8 फेसियल 14, और कर्ण 6) रीढ़ की हड्डियों की कुल संख्या विकसित होने पर 26 पसलियों की कुल हड्डियों की संख्या 24 शरीर की सबसे बड़ी हड्डी फीमर (जाँघ की हड्डी, शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेपीस (कान की हड्डी) है।
- मांस और अस्थियों के जोड़ को टेन्डन कहते है।
- अस्थि से अस्थि के जोड़ को लिंगामेण्टस कहते है।
Functions Of The Skeletal System Study Material In Hindi
कंकाल तन्त्र के कार्य
- शरीर को निश्चित आकार प्रदान करता है।
- शरीर के कोमल अंगों को सुरक्षा प्रदान करता है।
- पेशियों को जुड़ने का आधार प्रदान करता है।
- स्वसन एवं पोषण में सहायता प्रदान करता है।
- लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करना।
- अग्रमस्तिष्क के प्रमस्तिष्क (Cerebrum) में सचेतना और सूचनाओं का संग्रहण होता है।
- अग्रमस्तिष्क का थैलैमस संवेदी अंगों; जैसे—आँख, कान, नाक, त्वचा आदि से आने वाली संवेदी तरंगों को जोड़ता है।
- अग्रमस्तिष्क का हाइपोथैलैमस, भाषण, शरीर सन्तुलन, लिंग व्यवहार, निद्रा, तनाव तथा पिट्यूटरी ग्रन्थि के हॉरमोन के नियन्त्रण से सम्बन्धित है।
- मध्यमस्तिष्क दृष्टि, विश्लेषण तथा स्त्रावण से सम्बन्धित है।
- पश्चमस्तिष्क का अनुमस्तिष्क (Cerebellum) शारीरिक सन्तुलन, पेशीय टोन का केन्द्र है।
- पश्चमस्तिष्क का मेड्यूला ऑबेलोंगेटा ह्रदय स्पन्दन, रुधिर नलिकाओं, श्वासोच्छवास, लारस्त्राव तथा बहुत-सी प्रत्यावर्ती एवं अनैच्छिक गतियों का नियन्त्रण करता है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers