SSC CGL TIER 1 Pressure Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Pressure Study Material In Hindi
दाब
- किसी सतह के एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं।
दाब = बल/क्षेत्रफल
- इसका मात्रक न्यूटन/मी2 है। यह सदिश राशि है।
- वायुमण्डलीय दाब बैरोमीटर से नापा जाता है।
- द्रवों में दाब का सूत्र p = hdg होता है।
Rules Of Pressure In Fluid For SSC CGL TIER 1
द्रव में दाब के नियम
- स्थिर द्रव में एक ही क्षैतिज तल में स्थित सभी बिन्दुओं पर दाब समान होते हैं।
- स्थिर द्रव के भीतर किसी बिन्दु पर दाब प्रत्येक दिशा में बराबर होता है।
- द्रव के भीतर किसी बिन्दु पर दाब स्वतन्त्र तल से बिन्दु की गहराई के अनुक्रमानुपाती होता है। किसी बिन्दु पर द्रव का दाब द्रव के घनत्व पर निर्भर करता है। घनत्व अधिक होने पर दाब भी अधिक होता है।
- हाइड्रोलिक लिफ्ट, हाइड्रोलिक प्रेस, हाइड्रोलिक ब्रेक आदि पास्कल नियम पर आधारित हैं। दाब बढ़ने पर पदार्थ का गलनांक बढ़ जाता है।
- गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन घट जाता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी कम हो जाता है।
- सभी द्रवों का क्वथनांक दाब घटाने पर बढ़ जाता है।
Know Effects Of Pressure Study Material In Hindi
दाब के प्रभाव
पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर वायुमण्डलीय दाब कम हो जाता है। जिसके कारण
- पहाड़ों पर खाना बनाने में कठिनाई होती है।
- वायुमान में बैठे यात्री के फाउण्टेन पेन से स्याही रिस जाती है।
- व्यक्ति की नाक से खून निकलने लगता है।
- जल 1000C से कम ताप पर उबलने लगता है।
- अधिक ऊँचाई पर कम दाब के कारण वायु की मात्रा कम होती है, अत: साँस लेने में कठिनाई होती है।
- बैरोमीटर का पाठ्यांक जब एकाएक नीचे गिरता है, तो आँधी आने की सम्भावना होती है।
- बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे नीचे गिरता है, तो वर्षा होने की सम्भावना होती है।
- बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे ऊपर चढ़ता है, तो दिन साफ रहने की सम्भावना होती है।
Floatation Study Material In Hindi
प्लवन
उत्प्लावक बल (Buoyant Force) द्रव का वह गुण जिसके कारण वह वस्तुओं पर ऊपर की ओर एक बल लगाता है, उसे उत्क्षेप या उत्प्लावक बल कहते हैं।
यह बल वस्तुओं द्वारा हटाए गए गुरुत्व केन्द्र पर कार्य करता है। जिसे उत्प्लावन बल कहते हैं। इसका अध्ययन सर्वप्रथम आर्किमिडीज ने किया था।
Archimedes’s Principle For SSC CGL TIER 1
आर्किमिडिज का सिद्धान्त
जब कोई वस्तु किसी द्रव में डुबोई जाती है, तो उसके भार में कमी होती है, भार में यह आभासी कमी वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होती है।
Law Of Floatation Study Material In Hindi
प्लवन के नियम
- सन्तुलित अवस्था में तैरने पर वस्तु अपने भार के बराबर द्रव विस्थापित करती है।
- लौहे की बनी छोटी-सी गेंद पानी में डूब जाती है तथा बड़ा जहाज तैरता रहता है क्योंकि जहाज द्वारा विस्थापित किए गए जल का भार उसके भार के बराबर होता है।
- हवा की अपेक्षा पानी में वस्तु को उठाना आसान होता है क्योंकि पानी में वस्तु के भार में कमी होती है।
- हाइड्रोजन से भरे गुब्बारे हवा में उड़ते हैं क्योंकि हाइड्रोजन का भार इसके द्वारा विस्थापित वायु के भार से कम होता है।
- ठोस का गुरुत्व केन्द्र तथा हटाये गये द्रव का गुरुत्व केन्द्र दोनों एक ही ऊर्ध्वाघर रेखा में होने चाहिए।
- किसी वस्तु का वह बिन्दु जहाँ उसका समस्त भार कार्य करता है, गुरुत्व केन्द्र कहलाता है।
घनत्व (Density Study Material In Hindi)
- इसका SI मात्रक किग्रा-मी3 है।
- द्रव्यमान प्रति एकांक आयतन घनत्व कहलाता है।
- आपेक्षित घनत्व = वस्तु का घनत्व/40C पर पानी का घनत्व
- आपेक्षित घनत्व एक अनुपात है। इसका कोई मात्रक नहीं होता है।
- दूध की शुद्धता दुग्धमापी (Lacto meter) से मापी जाती है।
- आपेक्षित घनत्व को हाइड्रोमीटर से मापा जाता है। इसलिए लोहे का टुकड़ा पानी में डूब जाता है लेकिन पारे में तैरता रहता है।
- किसी बर्तन में पानी भरा है और उस पर बर्फ तैर रही है, जब बर्फ पूरी तरह पिघल जाएगी, तो पात्र में पानी का तल बढ़ता नहीं है, पहले के समान ही रहता है।
- जब बर्फ पानी में तैरती है, तो उसके आयतन का 1/10 भाग पानी के ऊपर रहता है।
- लोहे का घनत्व जल के घनत्व से अधिक तथा पारे के घनत्व से कम होता।
- समुद्र के जल का घनत्व साधारण जल से अधिक होता है इसलिए समुद्री जल में तैरना आसान होता है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers