SSC CGL TIER 1 Simple Harmonic Motion Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Simple Harmonic Motion Study Material In Hindi
सरल आवर्त गति
आवर्त गति
एक निश्चित पथ पर गति करती हुई वस्तु जब एक निश्चित समय अन्तराल के बाद अपनी पूर्व गति को दोहराती है, तो ऐसी गति को आवर्त गति कहते हैं।
दोलन गति
किसी वस्तु की साम्यस्थिति के दोनों ओर गति करने को दोलन गति कहते हैं। एक वस्तु के एक ओर से दूसरी ओर जाकर वापस पूर्व स्थिति में लौटना एक कम्पन कहलाता है।
आर्वत काल
एक दोलन पूरा करने के समय को आवर्त काल कहते (T) हैं।
आवृत्ति
कम्पन करने वाली वस्तु एक सेकण्ड में जितना कम्पन करती है, उसे उसकी आवृत्ति कहते हैं।
इसका मात्रक हर्ट्स (n) होता है।
T=1/n
Know Simple Pendulum For SSC CGL TIER 1
सरल लोलक
- डोरी के द्वारा दृढ़ आधार से लटका एक गोलक सरल लोलक कहलाता है।
सरल लोलक का आवर्तकाल, T = 2π(l/g)1/2
जहाँ, l लोलक की लम्बाई है।
- लोलक का अधिकतम आवर्तकाल 84.6 मिनट है।
- यदि सरल लोलक को लिफ्ट में लटकाया जाए और लिफ्ट त्वरित गति से नीचे आ रही है, तो लोलक का आवर्तकाल बढ़ जाएगा और यदि लिफ्ट ऊपर की ओर जा रही है, तो लोलक का आर्वतकाल घट जाएगा।
- यदि लिफ्ट मुक्त रुप से गुरुत्व के अन्तर्गत गिर रही है, तब लोलक का आवर्तकाल अनन्त हो जाएगा।
- लोलक घड़ी गर्मी में सुस्त तथा सर्दी में तेज होती है।
- चन्द्रमा पर लोलक घड़ी को ले जाने पर उसका आवर्तकाल बढ़ जाएगा, क्योंकि चन्द्रमा पर g का मान का पृथ्वी पर g के मान का 1/6 गुना है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers