SSC CGL TIER 1 Specific Heat Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Specific Heat Study Material In Hindi
विशिष्ट ऊष्मा
किसी पदार्थ की विशिष्ट ऊष्मा, ऊष्मा की वह मात्रा है, तो उस पदार्थ के एकांक द्रव्यमान में एकांक ताप वृद्धि उत्पन्न करती है। इसका मात्रक जूल/किग्रा-केल्विन होता है।
- जल की विशिष्ट ऊष्मा सबसे अधिक होती है। जिसका मान 150C पर 4180 जूल/किग्रा-केल्विन होती है।
- ताप बढ़ने पर अधिकतर पदार्थों की विशिष्ट ऊष्मा बढ़ती है।
- जल की विशिष्ट ऊष्मा 00C से 40C तक ताप बढ़ने पर घटती है तथा इसके बाद बढ़ती है।
- पारे की विशिष्ट ऊष्मा कम होती है।
- सोने की विशिष्ट ऊष्मा 130 जूल/किग्रा-केल्विन होती है।
- खाना पकाने के बर्तन एल्युमीनियम, काँस्य तथा इस्पात के बनाए जाते हैं क्योंकि इन पदार्थों की विशिष्ट ऊष्मा कम तथा चालकता अधिक होती है।
- थर्मस फ्लास्क दोहरी काँच की दीवार के बने होते हैं जिसके कारण इनमें से ऊष्मा का संचरण न के बराबर होता है तथा रखी गई गर्म व ठण्डी वस्तु ठण्डी बनी रहती है।
- रेल की पटरियों के बीच स्थान छोड़ा जाता है क्योंकि रेल के चलने पर उत्पन्न ऊष्मा के कारण पटरी फैल जाती है।
- काँच के गिलास में काफी तेज गर्म पानी डालने पर यह टूट जाता है क्योंकि गर्म होने के कारण अन्दर की सतह फैलती है।
- सर्दियों में हैण्डपम्प का पानी गर्म व गर्मियों में ठण्डा महसूस होता है क्योंकि सर्दियों में बाहर का तापमान अपेक्षाकृत कम होता है तथा गर्मियों में अधिक होता है।
- मिट्टी के घड़े में पानी ठण्डा रहता है क्योंकि इसके छिद्रों से वाष्पन के कारण लगातार ऊष्मा में कमी होती रहती है।
- कमरों में रोशनदान छत के समीप बनाए जाते हैं, क्योंकि गर्म वायु हल्की होने के कारण ऊपर उठती है व कमरे से बाहर निकल जाती है।
- गर्मी के मौसम में साइकिल की ट्यूब फट जाती हैं, क्योंकि इनमें उपस्थित वायु ताप के कारण फैलती है।
- बरसात के मौसम में अधिक गर्मी महसूस होती है, क्योंकि ऊष्मा वायुमण्डल से बाहर नहीं निकल पाती।
Know Latent Heat For SSC CGL TIER 1
गुप्त ऊष्मा
- नियत ताप पर पदार्थ की अवस्था में परिवर्तन के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा को पदार्थ की गुप्त ऊष्मा कहते हैं।
- बर्फ की गलन गुप्त ऊष्मा 80 कैलोरी/ग्राम है।
- वाष्पन की गुप्त ऊष्मा 540 कैलोरी/ग्राम है।
- उबलते जल की अपेक्षा भाप से जलने पर अधिक कष्ट होता है क्योंकि जल की अपेक्षा भाप की गुप्त ऊष्मा अधिक होती है।
- 00C पर बर्फ, 00C पर जल से अधिक ठण्डी लगती है।
- 00C पर पिघलती बर्फ में कुछ नमक, शोरा मिलाने से बर्फ का गलनांक 00C से घटकर -220C तक हो जाता है, ऐसे हिम मिश्रण का उपयोग कुल्फी, आइसक्रीम आदि बनाने में किया जाता है।
- आपेक्षित आर्द्रता हाइग्रोमीटर से मापी जाती है तथा ताप बढ़ाने पर आपेक्षित आर्द्रता बढ़ जाती है।
Transmission Of Heat Study Material In Hindi
ऊष्मीय संचरण
- ऊष्मा का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने को ऊष्मा का संचरण कहते हैं।
इसकी तीन विधियाँ हैं
- चालन
- संवहन
- विकिरण
- ठोसों में ऊष्मा का संचरण चालन द्वारा होता है।
- गैसों तथा द्रवों में ऊष्मा का संचरण संवहन द्वारा होता है तथा वायुमण्डल संवहन विधि के द्वारा ही गरम होता है।
- सूर्य से ऊष्मा पृथ्वी पर संवहन विधि द्वारा पहुँचती है।
Know Newton’s Cooling Law For SSC CGL TIER 1
न्यूटन का शीतलन नियम
समान अवस्था रहने पर विकिरण द्वारा किसी वस्तु के ठण्डे होने की दर वस्तु तथा उसके चारों ओर के माध्यम के तापान्तर के अनुक्रमानुपाती होती है। अत: वस्तु जैसे ठण्डी होती जाएगी उसके ठण्डे होने की दर कम होती जाएगी।
Kirchhoff’s Law Study Material In Hindi
किरचॉफ का नियम
इसके अनुसार अच्छे अवशोषक ही अच्छे उत्सर्जक होते हैं यदि अंधेरे कमरे में एक काली और एक सफेद वस्तु को समान ताप पर गर्म करके रखा जाए तो काली वस्तु अंधेरे कमरे में अधिक चमकेगी।
- वह वस्तु जो अपने ऊपर आपतित सम्पूर्ण विकिरण (सभी तरंगदैर्ध्यों) अवशोषित कर लेती है तथा फिर सभी तरंगदैर्ध्यों के विकिरण उत्सर्जित कर देती है कृष्णिका कहलाती है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers