SSC CGL TIER 1 Speed Of Sound Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Speed Of Sound Study Material In Hindi
ध्वनि की चाल

ध्वनि द्वारा एक सेकण्ड में तय दूरी ध्वनि की चाल कहलाती है। 00C पर शुष्क हवा में ध्वनि की चाल 330 मी/से होती है।
Symptoms of Sound For SSC CGL TIER 1
ध्वनि के लक्षण
ध्वनि के मुख्यत: तीन लक्षण होते हैं
- तीव्रता
- तारत्व
- गुणता
तीव्रता
ध्वनि का वह लक्षण हैं, जिसके कारण ध्वनि धीमी या तेज सुनाई पड़ती है। ध्वनि की तीव्रता स्त्रोत से दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती, आयाम के वर्ग के अनुक्रमानुपाती, आवृति के वर्ग के अनुक्रमानुपाती तथा माध्यम के घनत्व के अनुक्रमानुपाती होती है।
तारत्व
ध्वनि का वह लक्षण है, जिससे ध्वनि को मोटी या पतली कहा जाता है, तारत्व आवृत्ति पर निर्भर करता है।
गुणता
- ध्वनि का वह लक्षण जिसके कारण हमें समान प्रबलता तथा समान तारत्व की ध्वनियों में अन्तर प्रतीत होता है, गुणता कहलाता है।
- प्रतिध्वनि सुनने के लिए स्त्रोत तथा परावर्तन सतह के बीच-न्यूनतम 17 मी दूरी होनी चाहिए।
- कान पर ध्वनि का प्रभाव 1/10 सेकण्ड तक रहता है।
- ध्वनि के अपवर्तन के कारण ध्वनि दिन की अपेक्षा रात में अधिक दूरी तक सुनाई पड़ती हैं।
- चन्द्रमा पर वायुमण्डल की अनुपस्थिति के कारण ही प्रतिध्वनि नहीं सुनाई पड़ती है।
- विभिन्न माध्यमों में ध्वनि की चाल भिन्न-भिन्न होती है। किसी माध्यम में ध्वनि की चाल मुख्यत: माध्यम की प्रत्यास्थता तथा घनत्व पर निर्भर करती है।
- ध्वनि की चाल सबसे ज्यादा ठोस में, उसके बाद द्रव में, और उसके बाद गैस में होती है।
- वायु में प्रति 10C ताप बढ़ाने पर ध्वनि की चाल 0.61 मी/से बढ़ जाती है।
- ध्वनि की चाल पर दाब का काई प्रभाव नहीं पड़ता है।
- नमीं युक्त वायु का घनत्व, शुष्क वायु के घनत्व से कम होता है। अत: शुष्क वायु की अपेक्षा नमीयुक्त वायु में ध्वनि की चाल अधिक होती है।
- जब ध्वनि एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो ध्वनि की चाल तथा तरंगदैर्ध्य बदल जाती है जबकि आवृति नहीं बदलती है।
Resonance Study Material In Hindi
अनुनाद
जब किसी वस्तु के कम्पनों की स्वाभाविक आवृति किसी चालक बल के कम्पनों की आवृत्ति के बराबर होती है, तो वह वस्तु बहुत अधिक आयाम से कम्पन करने लगती है, यह घटना अनुनाद कहलाती है।
Match Number Study Material In Hindi
मैक संख्या
किसी माध्यम में किसी पिण्ड की चाल तथा उसी माध्यम में ताप एवं दाब की उन्हीं परिस्थितियों में ध्वनि की चाल के अनुपात को उस वस्तु की उस माध्यम में मैक संख्या कहते हैं।
Shock Waves Study Material In Hindi
प्रघाती तरंगें
जब कोई वस्तु परार्ध्नानक हो जाती है तो वह अपने पीछे माध्यम में शंक्वाकार विक्षोभ छोड़ती है। इस विक्षोभ के संचरण को ही प्रघाती तरंगें कहती हैं।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers