SSC CGL TIER 1 Videshi Vyapar Foreigh Trade Study Material in Hindi

SSC CGL TIER 1 Videshi Vyapar Foreigh Trade Study Material in Hindi
विदेशी व्यपार Foreign Trade(Videshi Vyapar Foreigh Trade Study Material in Hindi)
- विदेशी व्यपार में भारत का हिस्सा 1.4% है।
- भारत द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में अभियान्त्रिकी वस्तुओं (इन्जीनियरिग गुड्स) का सर्वाधिक भाग 33% है।
- भारत के आयत में सर्वाधिक हिस्सा पेट्रोलियम पदार्थो का है।
- देश का पहला निर्यात संवद्धन औद्दोगिक पार्क सीतापुर (जयपुर) स्थापति किया गया है।
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भुगतान सन्तुलन
- एक वित्त वर्ष के दौरान विश्व के अन्य देशों के साथ किए जाने वाले लेन देन का भुगतान सन्तुलन प्रदर्शित करता है।
- भुगतान सन्तुलन के अन्तर्गत चालू खाते व पूँजी खाते के लेन- देन शामिल किए जाते है
- भुगतान सन्तुलन में सुधार हेतु रिजर्व बैंक द्वारा 19 अगस्त 1944 को रुपये को चालू खाते में पूर्ण परिवर्तनीय (एस, तारोपोर समिति ) घोषित कर दिया गया ।
- पूँजी खाते में ऋणों की प्राप्तियों, आदायगियो, स्वर्ण करेन्सी आदि के मामले शामिल किए जाते है।
भारत के विदेशी विनियम के माध्यम निम्नलिखित हैं(Videshi Vyapar Foreigh Trade Study Material in Hindi)
- विदेशी मुद्रा विनियम
- विशेष आहरण आधिकार
- सोना रिजर्व ट्रेच पॉजीशन
- भारत द्वारा अमेरिकी डॉलर एवं यूरो मुद्रा, निवेश की मुद्राओं के रुप में स्वीकृत है।
- भारत का विदेशी मुद्रा भम्डार 295.6 बिलयन ड़ॉलर (दिसम्बर 2012)
विदेशी व्यापार नीति (2009-14)
इस नीति की गोषणा 27 गस्त, 2009 को हुई।
- वर्ष 2014 तक निरयात को बढाकर होगुना करना।
- फोकस उत्पाद योजना कादायरा बढाना।
- निर्यातोन्मुख इकाइयों को आयकर में छूट।
- हीरा एक्सचेज स्थापित करना।
- हथकरघा क्षेत्र को विशेष रियायते प्रदान करना।
- फोकस बाजार योजना के अन्तर्गत 26 नये बाजारों को सामिल करना
- निर्यात उत्कृष्टता नगर घोषित करके विशेष सुविधाएं प्रदान करना।
विदेशी व्यापार : दस स्वयत्तशासी विकास (Videshi Vyapar Foreigh Trade Study Material in Hindi)
- कॉपी वोर्ड
- चाय बोर्ड
- मसालाबोर्ड
- भारतीय विदेशी व्यापार संस्थान
- कृषि और प्रसंस्कृत खाद्द उत्पाद निर्यात विकास प्रधिकरण
- समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण
भारत का प्रमुख क्षेत्रों के साथ निर्यात
क्र. स. | क्षेत्र | निर्यात प्रतिशत |
1. 2. 3. 4. 5.
| विकासशील देश देश एशियन देश देश युरोपियन देश | 44% 34% 31% 21% 18% |
भारत का निर्यात (शीर्ष देश) (2011-12)
- संयुक्त अरब अमीरात (11.8%)
- यू. एस ए (11.3%)
- चीन (5.6%)
भारत का प्रमुख क्षेत्रों से आयत
क्र.सं. | क्षेत्र | निर्यात प्रतिशत |
1. 2. 3. 4. 5. | OPEC विकासशील देश OECD एशिया यूरोपीय संघ | 35% 32% 31% 26% 12% |
भारत का आयात (शीर्ष देश) (2011-12)
- चीन (11.8%)
- संयुक्त अरब अमीरात (7.3%)
- स्विट्जरलैण्ड (6.6%)
भारत के शीर्ष व्यापारिक भागीदार
- चीन (9.52%)
- संयुक्त अरब अमीरात (9.03%)
- यू.एस.ए (7.46%)
- सऊदी अरब (4.63%)
विशेष अर्थिक क्षेत्र (SEZ)
एक ऐसा निर्दिष्ट शुल्त मुक्त क्षेत्र जिसे व्यापार संचालन तथा शुल्क एवं तटकर के लिए विदेशी क्षेत्र माना जाएगा। एशिया का प्रथम निर्यात प्रसस्करण केन्द्र (SEZ) कांडला (कोलकाता ) में सन् 1965 में स्थापित किया गया था पहली SEZ नीति अप्रैल 2000 में घोषित की गई थी। इसका मुख्य उददेश्य अधोसंरचना का विकास करके आर्थिक वृद्धि को गति देना है।
SEZ अधुनियम, 2005 को 10 फरवरी, 2006 से लागू किया था।
सभी 8 निर्यात प्रसंस्करण केन्द्रों को (SEZ) में बदल दिया गाय , जो निम्न है
- कांडला (पश्चिम बंग)
- सूरत (गुजरात)
- सान्ताक्रूज (महाराष्ट्र)
- कोचीन (केरल)
- चेन्नई (तमिलनाडु)
- विशाखापत्तनम (आन्ध्र प्रदेश )
- फाल्टा (पश्चिम बंग)
- नोएडा (उत्तर प्रदेश)
सेज (SEZ) अधिनियम, 2005 के प्रावधान
- सेज द्वारा किए जाने वाले निर्यात पर 100% की कर छूट
- कर मुक्त आयात की स्वतन्त्रता।
- केन्द्रीय व्यापार कर एवं सेवा कर में छूट
- एकल खिडकी योजना के तहत सेज स्थापित करने की नीति।