SSC CGL TIER 1 World Geography Important Facts in Hindi
SSC CGL TIER 1 World Geography Important Facts in Hindi : SSC CGL TIER 1 Power/Important Points
पावर प्वॉइन्ट्स
- आकार के अनुसार ग्रह बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण, पृथ्वी, शुक्र, मंगल व बुध हैं। सूर्य से बढ़ती हुई दूरी के आधार पर ग्रह क्रमश: बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण तथा वरुण हैं।
- बुध व शुक्र को आन्तरिक ग्रह मानते हैं। सूर्य के केन्द्र से बाहर की ओर के स्तर क्रमश: केन्द्र, फोटोस्फीयर, क्रोमोस्फीयर एवं कोरोना होते हैं।
- पृथ्वी के निकटतम तारे क्रमश: सूर्य व प्रॉक्सिमा सेन्चुरी हैं।
- साइरस पृथ्वी से देखा जाने वाला सर्वाधिक चमकीला तारा है।
- वे तारे जिनका प्रकाश सूर्य से कम है ‘वामन तारे’ कहलाते हैं तथा जिनका प्रकाश सूर्य से अधिक है ‘ विशाल तारे’ कहलाते हैं।
- नोवा तारे जिसकी चमक 10 से 20 चुम्बकत्व बढ़ जाती है।
- सुपर नोवा तारे जिसकी चमक 20 चुम्बकत्व से अधिक बढ़ जाती है।
- तारे का रंग उसके ताप का सूचक है।
- तारे की गति की जानकारी डॉप्लर प्रभाव से मिलती हैं।
- मंगल तथा बृहस्पति ग्रह की कक्षाओं के बीच छोटे-छोटे आकाशीय पिण्ड, जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं, क्षुद्र ग्रह कहलाते हैं।
- सामान्यत: धूमकेतु पूँछविहीन होता हैं परन्तु सूर्य के पास पहुँचने पर इसका मध्य भाग जलकर गैसों को उत्पन्न करता है जो इसकी पूँछ का निर्माण करते हैं इसलिए इसे पुच्छल तारा भी कहते हैं।
- हेली धूमकेतु 76 वर्षों बाद दिखाई पड़ता हैं।
- उल्का, क्षुद्रग्रहों के टुकड़े तथा धूमकेतुओं द्वारा पीछे छोड़े गए धूल के कण हैं।
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शब्दावली
कोरोना सूर्य के वायुमण्डल का बाहृतम भाग, जो केवल सूर्य ग्रहण के समय दिखाई देता है।
मन्दाकिनी (Galaxy) असंख्य तारों का एक विशाल पुँज जोकि गुरुत्वाकर्षण के द्वारा एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं, इसे प्रायद्वीपीय ब्रह्राण्ड भी कहा जाता है।
फ्रॉनहॉफर रेखाएँ सूर्य की सतह पर दिखाई दी जाने वाली काली रेखाएँ।
सौर प्रदीप्ति उच्च गति वाले परमाणु नाभिक और इलेक्ट्रॉनों के रुप में सू्र्य की सतह से निकलने वाली विशाल ऊर्जा।
फोरवेस्टा एकमात्र क्षुद्रग्रह जिसे नंगी (बिना किसी यन्त्र के) आँखों से देखा जा सकता है।
शब्दावली
कोनराड असम्बद्धता पृथ्वी की ऊपरी क्रस्ट एवं निचली क्रस्ट के मध्य घनत्व सम्बन्धी असम्बद्धता।
मोहो असम्बद्धता निचली क्रस्ट तथा ऊपरी मेण्टल के मध्य घनत्व सम्बन्धी असम्बद्धता।
रेपेटी असम्बद्धता ऊपरी मेण्टल एवं निचले मेण्टल के बीच असम्बद्धता।
गुटेनबर्ग असम्बद्धता निचली मेण्टल और ऊपरी क्रोड के मध्य असम्बद्धता।
लैहमेन असम्बद्धता ऊपरी क्रोड और निचली क्रोड के मध्य असम्बद्धता।
पाइरोस्फीयर भूकम्पीय आधार पर पृथ्वी की मेण्टल (100-2880 किमी) को कहा जाता है, इसे मिश्रित मण्डल भी कहते हैं।
बैरीस्फीयर पृथ्वी की क्रोड (2880 किमी से केन्द्र तक) को बैरीस्फीयर कहते हैं।
भू-गर्भीय हॉट स्पॉट भू-पर्पटी या प्लेट के नीचे मेण्टल में रेडियोधर्मी तत्वों की अधिकता वाले क्षेत्र, जो भू-तापीय ऊर्जा उत्सर्जित करते हैं।
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वरुण
इसकी खोज 1846 ई. में जर्मन खगोलज्ञ जहॉन गाले ने की। यह हरे रंग का ग्रह है। इसके चारों ओर शीतल मेथेन का बादल छाया हुआ है। इसके 14 उपग्रह हैं जिनमें ट्रिटॉन प्रमुख है।
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