SSC CGL TIER 1 Chemistry Rasayan Vigyan Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Chemistry Rasayan Vigyan Study Material In Hindi
रसायन विज्ञान (Chemistry)
पदार्थों के गुणों, संघटन (Composition), संरचना (Structure) तथा उनमें होने वाले परिवर्तन का अध्ययन रसायन विज्ञान में किया जाता है। लेवोशिए (Lavoisier) को आधुनिक रसायन का पिता (Father) कहा जाता है।
Know Matter For SSC CGL TIER 1
द्रव्य
- द्रव्य वह है जो स्थान घेरता है तथा जिसका द्रव्यमान (mass) होता है; जैसे-लोहा, बर्फ, लकड़ी, पानी आदि।
- यह पाँच अवस्थाओं में पाया जाता है, जो निम्न हैं- ठोस, द्रव, गैस, प्लाज्मा, बोस-आइन्सटीन कण्डनसेट। इनमें से प्रथम तीन अवस्थाएँ सामान्यत: पाई जाने वाली अवस्थाएँ हैं।
- इसे न तो उपन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। (द्रव्य की अविनाशिता का नियम, लेवोशिए द्वारा)
Energy Study Material In Hindi
ऊर्जा
- ऊर्जा कार्य करने की क्षमता को दर्शाती है। इसे न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है परन्तु इसे एक रुप दूसरे रुप में परिवर्तित किया जा सकता है।
- द्रव्य को ऊर्जा में आइन्सटीन सम्बन्ध E = mc2 द्वारा परिवर्तित किया जा सकता है।
- सामान्यत: द्रव्य को इसके गुणों के आधार पर 3 भागों सें बाँटा जा सकता है-1. ठोस, 2. द्रव व 3. गैस।
Solid For SSC CGL TIER 1
ठोस
- लगभग सभी ठोस क्रिस्टलीय होते हैं अर्थात् उनकी कोई ज्यामितीय आकृति होती है।
अपवाद-स्टार्च।
- ठोसों का आयतन व आकार निश्चित होता है।
- ये असम्पीड्य होते हैं तथा इनमें प्रबल अन्तरआण्विक आकर्षण (intermolecular interaction) होता है।
- इनमें अवयवी कणों के बीच बहुत कम रिक्त स्थान होता है।
ठोस दो प्रकार के होते हैं
- वास्तविक या क्रिस्टलीय ठोस
- छद्म या अक्रिस्टलीय ठोस
- क्रिस्टलीय ठोस का गलनांक निश्चित होता है, जबकि अक्रिस्टलीय ठोस का गलनांक निश्चित नहीं होता है।
- ठोस, द्रव व गैस की अपेक्षा अधिक घनत्व रखते हैं।
उदाहरण-लकड़ी, पत्थर, लोहा (आयरन) आदि।
- आण्विक बलों के आधार पर क्रिस्टलीय ठोस के प्रकार-आयनिक, आण्विक, सहसंयोजक वं धात्विक।
- आयनिक ठोस सोडियम क्लोराइड एवं अन्य लवण होते हैं।
- हाइड्रोजन एवं हीलियम आण्विक ठोस के उदाहरण हैं।
- सहसंयोजक ठोस के उदाहरण हीरा, ग्रेफाइट आदि हैं।
- धात्विक ठोस धातुओं के गुणधर्म बतलाते हैं।
Liquid Study Material In Hindi
द्रव
- द्रव का आयतन निश्चित होता है परन्तु आकार अनिश्चित होता है। ये जिस पात्र में रखे जाते हैं उसी का आकार ग्रहण कर लेते हैं।
- ये बह सकते हैं अत: इनहें तरल (fluid) भी कहते हैं। उदाहरण-दूध, जल, पारा आदि।
- द्रव पदार्थ के अणु पदार्थ की अपेक्षा दूर-दूर होते हैं। इनके बीच की दूरी बहुत अधिक नहीं होती है अत: द्रव पदार्थ आसानी से अपना आकार बदल लेते हैं परनतु इनका आयतन नहीं बदलता है।
द्रव का घनत्व गैस से अधिक, किन्तु ठोस में कम होता है।
Know Gas For SSC CGL TIER 1
गैस
- गैस का आकार व आयतन दोनों अनिश्चित होते हैं। जिससे यह उसी पात्र के आयतन व आकार को ग्रहण कर लेती है जिसमें इसे रखा जाता है।
- गैसें अत्यधिक सम्पीड्य होती हैं। इनमें भी बहने का गुण होता है। अत: इन्हें भी तरल कहते हैं।
उदाहरण– वायु, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन आदि।
- गैस का कोई पृष्ठ तल नहीं होता है
- प्रतिदिप्त नलिका में हीलियम (He) गैस भरी होती है तथा निऑन प्रतीक बल्ब में निऑन (Ne) गैस भरी होती है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers