SSC CGL TIER 1 Elasticity Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Elasticity Study Material In Hindi
प्रत्यास्थता
प्रत्यास्थता पदार्थ का वह गुण है, जिसके कारण वस्तु, उस पर लगाए गए बाह्रा बल से उत्पन्न किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करती है तथा जैसे ही बल हटा लिया जाता है, वह अपनी पूर्व अवस्था में वापस आ जाती है।
प्रत्यास्थता की सीमा विरुपक बल के परिमाण की वह सीमा जिससे कम बल लगने पर पदार्थ में प्रत्यास्थता का गुण बना रहता है तथा जिससे अधिक बल लगाने पर पदार्थ का प्रत्यास्थता का गुण समाप्त हो जाता है, प्रत्यास्थता की सीमा कहलाती है।
Know Stress SSC CGL TIER 1
प्रतिबल
प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगाए बल को प्रतिबल कहते हैं। इसका मात्रक न्यूटन/मी2 या पास्कल होता है।
Strain Study Material In Hindi
विकृति
किसी वस्तु के एकांक आकार में परिवर्तन उस वस्तु की विकृति कहलाती है।
प्रत्यास्थता गुणांक
- प्रतिबल तथा विकृति का अनुपात एक नियतांक होता है, इसे प्रत्यास्थता गुणांक कहते हैं।
E = प्रतिबल/विकृति
इसे हुक का नियम भी कहते हैं।
- यदि विकृति तथा प्रतिबल अनुदैर्ध्य हो, तो प्रत्यास्थता गुणांक को यंग प्रत्यास्थता गुणांक कहते हैं। इसका मात्रक पास्कल है।
यंग का प्रत्यास्थता गुणांक r = अनुदैर्ध्य प्रतिबल/अनुदैर्ध्य विकृति
यदि विकृति आयतन में हो, तो उसे आयतन प्रत्यास्थता गुणांक (k) कहते हैं। अपरुपण विकृति के लिए इसे दृढ़ता गुणांक (η) ईंटा कहते हैं।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers