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SSC CGL TIER 1 Carbon and Its Compounds Study Material In Hindi

SSC CGL TIER 1 Carbon and Its Compounds Study Material In Hindi

SSC CGL TIER 1 Carbon and Its Compounds Study Material In Hindi

कार्बन तथा इसके यौगिक 

SSC CGL TIER 1 Carbon and Its Compounds Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Carbon and Its Compounds Study Material In Hindi

Know Carbon For SSC CGL TIER 1

कार्बन

  • यह आवर्त सारणी के 14 वर्ग का सदस्य है। इसका प्रतीक C तथा परमाणु क्रमांक 6 है।
  • यह सभी सजीवों में पाया जाता है। यह मानव में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला दूसरा तत्व है (ऑक्सीजन मानव शरीर में सर्वाधिक मात्रा में अर्थात् 18.5% उपस्थित है)।
  • यह तीन समस्थानिक रुपों (12C, 13C, 14C) के रुप में पाया जाता है।
  • इसके तीन क्रिस्टलीय अपररुप ज्ञात हैं हीरा, ग्रेफाइट तथा फुलेरीन।

Fullerene Study Material In Hindi

फुलेरीन

  • इसकी खोज आर.एफ.कर्ल, सर डब्ल्यू क्रोटो तथा रिचर्ड ई. स्माले ने की थी।
  • C60 सॉमर बॉल (या बकी बॉल या फुटबॉल) के समान संरचना रखता है। इसमें 20 छ: सदस्य वाले तथा 12 पाँच सदस्य वाले वलय होते हैं।
  • पेन्सिल का लेड वास्तव में ग्रेफाइट होता है, लेड नहीं।

Carbon monoxide, CO For SSC CGL TIER 1

कार्बन मोनोऑक्साइड

  • यह अपूर्ण दहन के फलस्वरुप उत्पन्न होती है।
  • यह एक ध्रुवीय अणु है जिसमें हीमोग्लोबिन से बँधने की क्षमता, ऑक्सीजन की अपेक्षा अधिक होती है अत: इसकी उपस्थिति में मृत्यु हो जाती है।

Know Organic Compounds Study Material In Hindi

कार्बनिक यौगिक

  • ये वे यौगिक हैं जिनमें मुख्यत: कार्बन तथा हाइड्रोजन उपस्थित होते हैं अर्थात् हाइड्रोकार्बन हैं अथवा जिनमें कार्बन व हाइड्रोजन के साथ अन्य तत्व; जैसे फॉस्फोरस, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, सल्फर, हैलोजन आदि उपस्थित होते हैं।

उदाहरण— जैविक यौगिक जैसे शर्करा, लिगनिन, काइटिन, एल्कोहॉल, वसा तथा ऐरोमैटिक एस्टर, कैरोटिनॉयड तथा टरपीन आदि।

  • फॉस्फोरस के साथ, ये DNA, RNA तथा ऐडिनोसीन ट्राइफॉस्फेट (ATP) बनाते हैं।
  • यूरिया प्रथम संश्लेषित कार्बनिक यौगिक है (व्होलर द्वारा)।
  • ऐसीटिक अम्ल वह प्रथम कार्बनिक यौगिक है जिसका संश्लेषण प्रयोगशाला में इसके अवयवी तत्वों द्वारा किया गया था।

Homologous Series For SSC CGL TIER 1

सजातीय श्रेणी

  • यह यौगिकों की वह श्रेणी है जिसमें दो क्रमागत यौगिकों के बीच –CH2 (या 14 इकाई द्रव्यमान) का अन्तर होता है।
  • सजातीय श्रेणी के सभी सदस्यों के क्रियात्मक समूह तथा रासायनिक गुण समान होते हैं।

Know Isomerism Study Material In Hindi

समावयवता

  • यह वह प्रक्रम है, जिसमें एक ही अणु दो भिन्न संरचनाएँ रखता है। दूसरे शब्दों में, वे अणु जिनके अणुसूत्र समान तथा संरचना सूत्र भिन्न-भिन्न होते हैं, समावयवी कहलाते हैं तथा यह प्रक्रम समावयवता कहलाता है।

उदाहरण— C2H6O की निम्न संरचनाएँ सम्भव हैं

CH3OCHतथा C2H5OH

(ईथर)        (एल्कोहॉल)

कार्बनिक यौगिकों के उपयोग

मेथेन (CH4) प्रिन्टर की स्याही तथा मेथिल एल्कोहॉल के निर्माण में, प्रकाश तथा ऊर्जा उत्पन्न करने में। वायु तथा मेथेन का मिश्रण खानों में होने वाले विस्फोट के लिए उत्तरदायी होता है। जल के अणुओं में व्याप्त मेथेन गैस को क्लेथरेट कहते हैं।

एथिलीन (C2H4) मस्टर्ड गैस (युद्ध गैस, प्रथम विश्व युद्ध में प्रयुक्त) बनाने में, फलों को पकाने में।

ग्लाइकॉल (C2H6O2) कार रेडिऐटर में प्रतिहिम मिश्रण के रुप में हवाई जहाज में ईंधन को जमने से रोकने के लिए।

एसीटिलीन (C2H2) प्रकाश उत्पन्न करने में, ऑक्सी ऐसीटिलीन ज्वाला के रुप में धातुओं की वैल्डिंग करने में, कृत्रिम रबर (निओप्रीन) के संश्लेषण में।

मेथिल ऐल्कोहॉल (CH3OH) पेट्रोल के साथ ईंधन के रुप में, एल्कोहॉल के विकृतिकरण अर्थात् इसे पीने के अयोग्य बनाने में तथा पेन्ट तथा वार्निश के संश्लेषण में।

क्लोरोफॉर्म (CHCl3) निश्चेतक के रुप में तथा पौधों एवं जन्तुओं से प्राप्त पदार्थों के परिरक्षण में।

ग्लिसरीन (C3H8O3) विस्फोटक नाइट्रोग्लिसरीन के संश्लेषण में, स्टाम्प की स्याही तथा जूता पॉलिश बनाने में।

फॉमिक अम्ल (HCOOH) फलों तथा रसों के परिक्षण में, चमड़ा उद्योग में तथा रबर के स्कन्दन में।

ऐसीटिक अम्ल (CH3COOH) सिरके तथा औषधि के निर्माण में, विलायक के रुप में।

ऑक्सेलिक अम्ल (C2H2O4) कपड़ों की प्रिन्टिंग में, फोटोग्राफी में तथा कोलतार के संश्लेषण में।

ग्लूकोस (C6H12O6) एल्कोहॉल के संश्लेषण में, फलों के रस के परिरक्षण में।

बेन्जीन (C6H6) तेल तथा वसा के लिए विलायक के रुप में तथा शुष्क धुलाई में।

सोडियम बेन्जोएट का प्रयोग खाद्य संरक्षण में किया जाता है।

टॉलूईन (C6H5CH3) विस्फोटक जैसे TNT के निर्माण में, शुष्क धुलाई में तथा औषधि जैसे क्लोरेमी के संश्लेषण में।

फीनॉल (C6H5OH) क्लोरेमीन, पिक्रिक अम्ल (2, 4, 6-ट्राइनाइट्रोफीनॉल) तथा बैकेलाइट के संश्लेषण में।

एथिल ऐल्कोहॉल (C2H5OH) पीने के लिए, टिंचर के निर्माण में तथा कीटनाशक के रुप में।

प्रमुख एल्कोहॉलिक पेय पदार्थ

प्राप्ति स्त्रोतनामरमब्राण्डीव्हिस्कीबीयरशैम्पेनसाइडर
ऐल्कोहॉल%45-55%40-50%40-50%3-6%10-15%2-6%
कच्चा मालशीराअंगूरजौजौअंगूरसेब

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