SSC CGL TIER 1 Digestive System Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Digestive System Study Material In Hindi
पाचन तन्त्र
- मनुष्य का पाचन तन्त्र आहारनाल एवं इससे जुड़ी ग्रन्थियों का बना होता है। आहारनाल मुखगुहा (Buccal cavity), ग्रसनी (Pharynx), ग्रासनली (Oesophagas) आमाशय (Stomach) छोटी आंत (Small intestine) बड़ी आँत (Large intestine) की बनी होती है। यकृत (Liver), अग्न्याशय (Pancreas) आहारनाल से जुड़ी पाचन ग्रन्थियाँ हैं।
- लार में उपस्थित टायलिन एन्जाइम के कारण भोजन की लगभग 30% मण्ड माल्टोज शर्करा में बदल जाती है।
- आमाशय की भित्ति में उपस्थित जठर ग्रन्थियाँ, जठर रस (pH = 1-3.5) का स्त्रावण करती हैं। जठर रस में 97%-99% जल होता है, इसके अतिरिक्त श्लेष्म, 0.2%-0.5% हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, पेप्सिन, जठर, लाइपेस तथा रेनिन आदि एन्जाइम होते हैं। वयस्क मनुष्य में रेनिन का अभाव होता है।
- रेनिन प्रोरेनिन के रुप में स्त्रावित होता है। प्रोरेनिन HCl के H+ से क्रिया करके सक्रिय रेनिन में बदल जाता है। सक्रिय रेनिन दूध की केसीन प्रोटीन को अघुलनशील कैल्सियम पैराकेसीनेट में बदल देता है, जिससे दूध दही के रुप में बदल जाती है।
- पित्तरस (bile juice) हल्का क्षारीय होता है तथा इसका pH लगभग 7.7 होता है। पित्त में लगभग 92% जल, 6% पित्त लवण, 0.3% पित्त वर्णक, 0.3% से 0.9% कोलेस्टेरॉल, 0.3% से 1% वसा अम्ल होते हैं। पित्त वर्णक बिलिरुबिन तथा बिलिवर्डिन होते हैं, इन्हीं के कारण पित्त का रंग हल्का हरा-पीला होता है। पित्त लवण मुख्यतया सोडियम टॉरोकोलेट तथा सोडियम ग्लाइकोलेट होते हैं। पित्त लवण भोजन की वसा का इमल्सीकरण करते हैं।
- सीलेन्ट्रेटा संघ के जन्तुओं में बाह्र एवं आन्तरिक पाचन पाया जाता है।
- पक्षियों में ग्रासनली के फूलने से क्रोप बनता है, जिसमें भोजन का संग्रह होता है।
- HCl की उपस्थिति में पेप्सिनोजन सक्रिय पेप्सिन में बदलता है।
- पेप्सिन 1.5-2.5 pH पर कार्य करता है।
- जुगाली करने वाले स्तनधारियों में आमाशय, रुमेन, रेटिकुलम, ओमेसम तथा अबोमेसम में बाँटा होता है।
- एबोमेसम ही वास्तविक आमाशय है, इससे पाचक एन्जाइमों का स्त्रावण होता है।
- पक्षियों का आमाशय ग्रन्थिल प्रोवेन्ट्रिकुलस तथा पेशीय गिजार्ड में विभाजित होता है।
- पेट या शरीर के अन्य आन्तरिक अंगों के अन्वेक्षण के लिए प्रयुक्त तकनीक एण्डोस्कोपी पूर्ण आन्तरिक परावर्तन पर आधारित है।
Know Dentition Study Material In Hindi
दन्त विन्यास
- दाँत के तीन मुख्य भाग, शिखर, मूल तथा ग्रीवा होते हैं।
- दाँत की बाह्रा परत इनेमल की बनी होती है। यह कैल्सियम फॉस्फेट तथा कैल्सियम कार्बोनेट का बना होता है। मनुष्य में कुल 32 दाँत होते हैं।
कुछ प्रमुख स्तनधारियों के दन्त सूत्र
स्तनधारी | दन्त सूत्र | दाँतों की संख्या |
मनुष्य (बच्चा) | 21 02/2102 x 2 | 20 |
मनुष्य (वयस्क) | 2123/2123 x 2 | 32 |
घोड़ा | 3143/3143 x 2 | 44 |
कुत्ता | 3142/3143 x 2 | 42 |
गाय | 0033/3133 x 2 | 32 |
बिल्ली | 3131/3121 x 2 | 30 |
खरगोश | 2033/1023 x 2 | 28 |
चूहा | 1003/1003 x 2 | 16 |
Main Enzyme Of Digestive System Their Source And Function For SSC CGL TIER 1
पाचन तन्त्र के प्रमुख एन्जाइम, उनके स्त्रोत एवं कार्य
एन्जाइम | स्त्रोत | क्रियाधार पदार्थ | उत्पाद पदार्थ |
कार्बोहाइड्रेट पाचन | |||
टाइलिन या एमाइलेज | लार ग्रन्थि | पॉलीसैकेराइड | डाइसैकेराइड |
एमाइलेज | अग्न्याशय | पॉलीसैकेराइड | डाइसैकेराइड |
डाइसैकेराइडेज | छोटी आँत | डाइसैकेराइड | मोनोसैकेराइड |
प्रोटीन पाचन | |||
पेप्सिन | आमाशय | प्रोटीन | पेप्टाइड खण्ड |
ट्रिप्सिन | अग्न्याशय | प्रोटीन एवं पॉलीपेप्टाइड | पेप्टाइड खण्ड |
कार्बोक्सिपेप्टाइडेज | अग्न्याशय | पेप्टाइड खण्ड | अमीनो अम्ल |
अमीनो पेप्टाइडेज | आँत्रीय म्यूकोसा | पेप्टाइड खण्ड | अमीनो अम्ल |
वसा पाचन | |||
लाइपेज | अग्न्याशय | ट्राइग्लिसराइड | वसीय अम्ल, मोनोग्लिसराइड |
न्यूक्लिक अम्ल पाचन | |||
न्यूक्लिऐज | अग्न्याशय | न्यूक्लिओटाइड | |
न्यूक्लिऐज | आँत्रीय म्यूकोसा | न्यूक्लिओटाइड | न्यूक्लिओटाइड क्षार एवं मोनोसैकेराइड |
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