SSC CGL TIER 1 Light Study Material In Hindi
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प्रकाश Light
- प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो विद्युत-चुम्बकीय तरंगों के रुप में संचारित होती है। प्रकाश ऊर्जा के कारण ही हम सांसारिक वस्तुओं को देख पाते हैं। प्रकाश एक अनुप्रस्थ तरंग होती है।
- प्रकाश के वेग की गणना सबसे पहले रोमर ने की थी।
- वायु तथा निर्वात में प्रकाश की चाल सबसे अधिक (3 x 108 मी/से) होती है।
- सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर 8 मिनट 19 सेकण्ड में पहुँचता है।
- चन्द्रमा से परावर्तित प्रकाश को पृथ्वी तक आने में 1.28 सेकण्ड का समय लगता है। प्रकाश के प्रति व्यवहार के आधार पर वस्तुओं को निम्न भागों में बाँटा जा सकता है; जैसे—
- वे वस्तुएँ जो स्वयं के प्रकाश से प्रकाशित होती हैं, प्रदीप्त वस्तुएँ कहलाती हैं; जैसे-सूर्य
- वे वस्तुएँ, जिनका अपना स्वयं का प्रकाश नहीं होता है लेकिन प्रकाश डालने पर दिखाई देने लगती है। अदीप्त वस्तुएँ कहलाती है; जैसे-मेज, कुर्सी आदि।
- विद्युत चुम्बकीय तरंगें अनुप्रस्थ तरंगें होती हैं।
- प्रकाश के कुछ ऐसे गुण हैं जिनकी व्याख्या तरंग सिद्धान्त नहीं कर पाता है यथा प्रकाश विद्युत प्रभाव तथा क्रॉम्पटन सिद्धान्त।
विद्युत चुम्बकीय तरंगें | खोजकर्ता | उपयोग |
गामा-किरणें | बैकुरल | इसकी वेधन क्षमता अत्यधिक होती है, इसका उपयोग नाभिकीय अभिक्रिया तथा कृत्रिम रेडियो धर्मिता में की जाती है। |
एक्स किरणें | रॉटजन | चिकित्सा एवं औद्योगिक क्षेत्र में इसका उपयोग किया जाता है। |
पराबैंगनी किरणें | रिटर | सिकाई करने, प्रकाश-विद्युत प्रभाव को उत्पन्न करने, बैक्टीरिया को नष्ट करने में किया जाता है। |
दृश्य विकिरण | न्यूटन | इससे हमें वस्तुएँ दिखलाई पड़ती हैं। |
अवरक्त विकिरण | हरशैल | ये किरणें ऊष्मीय विकिरण हैं। ये जिस वस्तु पर पड़ती है, उसका ताप बढ़ जाता है। इनका उपयोग कुहरे में फोटोग्राफी करने एवं रोगियों की सेंकाई करने में किया जाता है। |
लघु रेडियो तरंगें या हर्ट्जियन तरंगें | हेनरिक हर्ट्स | रेडियो, टेलीविजन एवं टेलीफोन में इसका उपयोग होता है। |
दीर्घ रेडियो तरंगें | मारकोनी | रेडियो एवं टेलीविजन में उपयोग होता है। |
- 10-3m से 10-2m की तरंगे सूक्ष्म तरंगें कहलाती हैं।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers