SSC CGL TIER 1 Linkage Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Linkage Study Material In Hindi
सहलग्नता
- बेटसन एवं पुन्नेट ने लेथाइरस ओडोरेटस में देखा कि कुछ लक्षण पैतृक संयोजनों के रुप में ही सन्तानों में वंशागत होते रहते हैं। यह क्रिया सहलग्नता कहलाती है। सहलग्न समूहों की संख्या अगुणित सैट (Haploid Set) में उपस्थित गुणसूत्रों की संख्या के बराबर होती है।
- वर्णान्धता (Colour blindness) तथा हीमोफीलिया (Haemophilia) मानव में लिंग सहलग्नता के उदाहरण है।
- वर्णान्धता (Colour blindness Study Material In Hindi) इस रोग से ग्रसित व्यक्ति लाल व हरे रंग का भेद नहीं कर पाता। इसका जीन X-गुणसूत्र पर उपस्थित होता है और अप्रभावी होता है। उदाहरण—जब एक वर्णान्ध स्त्री का विवाह एक सामान्य पुरुष से करा दिया जाता है, तो इनसे उत्पन्न सन्तानों में पुत्रों में वर्णान्धता के गुण होंगे, जबकि पुत्रियाँ वाहक (सामान्य) होंगी।
- हीमोफीलिया (Haemophilia Study Material In Hindi) इसे ब्लीडर रोग (Bleeder’s Disease) भी कहते हैं। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति में चोट लगने पर रुधिर का थक्का नहीं बनता या बहुत देर से बनता है और लगातार रुधिर बहने से रोगी की मृत्यु तक हो जाती है। यह रोग अप्रभावी X-सहलग्न जीन के कारण होता है। उदाहरण— जब एक हीमोफिलिक पुरुष का विवाह सामान्य स्त्री से कराया जाता है, तो उनकी सभी पुत्रियाँ वाहक (Carrier), जबकि पुत्र सामान्य होंगे।
Sex Determination For SSC CGL TIER 1
लिंग निर्धारण
- वे गुणसूत्र जिनकी उपस्थिति या अनुपस्थिति किसी जीव के लिंग को प्रदर्शित करती है, लिंग गुणसूत्र (Sex chromosome) या एलोसोम (Allosome) कहलाते हैं, और इनके अलावा अन्य गुणसूत्रों को ऑटोसोम (Autosome) कहते हैं।
- X-गुणसूत्र को हेन्किंग (Henking), जबकि Y-गुणसूत्र को स्टेवेन्स (Stevens; 1891) ने खोजा था।
- सटन एवं बोवेरी (Sutton and Boveri) ने 1902 में गुणसूत्र द्वारा वंशागति का सिद्धान्त प्रतिपादित किया।
- मानव निषेचन में यदि किसी अण्डाणु से X- गुणसूत्र वाला शुक्राणु मिलता है, तो युग्मनज XX अर्थात् लड़की होगी, इसके विपरीत यदि किसी अण्डाणु से Y-गुणसूत्र वाला शुक्राणु मिलता है, तो इससे बना युग्मनज XY अर्थात् लड़का होगा।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers