SSC CGL TIER 1 Main Passes Of India Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Main Passes Of India Study Material In Hindi
भारत के प्रमुख दर्रे
यद्पि हिमालय विश्व की सबसे ऊँची पर्वतमाला है, और इसे पार करना दुष्कर है तथापि इसमें कुछ दर्रे हैं जिनमें इस दुर्गम पर्वतमाला को पार किया जा सकता है। इसके कुछ दर्रों का संक्षिप्त वर्णन आगे दिया गया है
जम्मू–कश्मीर (अधीन) यह कराकोरम में स्थित भारत की सबसे ऊँची चोटी K2 के उत्तर में स्थित है। इसकी ऊँचाई 5000 मी है और भारत के लद्दाख को चीन के एकसिन्जियांग (सिकियांग) प्रान्त से मिलाता है।
बनिहाल यह पीरपंजाल श्रृंखला में स्थित है। इसमें जवाहर सुरंग स्थित है। बारालाचा इससे होकर मनाली–लेह सड़क मार्ग गुजरता है। शीतऋतु में बन्द रहता है।
लानकला यह जम्मू–कश्मीर के चीन अधिकृत अक्साई चिन इलाके में स्थित है और लद्दाख तथा तिब्बत की राजधानी के बीच सम्पर्क स्थापित करता है।
पीरपंजाल यह पीरपंजाल पर्वत में स्थित है। जम्मू से श्रीनगर जाने का परम्परागत मार्ग है लेकिन देश के विभाजन के बाद इसे बन्द कर दिया गया है।
खारदुंग ला यह जम्मू–कश्मीर के कराकोरम पर्वत में 6000 मी से भी अधिक ऊँचाई पर स्थित है।
इस दर्रे से भारत की सबसे ऊँची सड़क गुजरती है।
थांग ला इस दर्रे से खारदुंग के बाद देश की दूसरी सबसे ऊँची सड़क गुजरती है।
जोजीला यह दर्रा श्रीनगर तथा कारगिल एवं लेह के बीच सम्पर्क स्थापित करने में मदद देता है। इसके सामरिक महत्व को देखते हुए श्रीनगर जोजीला सड़क का राष्ट्रीय राजमार्ग NH-FD घोषित किया गया है।
रोहतांग यह हिमाचल प्रदेश की लाहौल एवं स्पीती घाटियों के बीच सम्पर्क करता है। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र है।
शिपकी ला यह झेलम महीखड्ड पर 6000 मी से भी अधिक ऊँचाई पर स्थित है और हिमाचल प्रदेश को तिब्बत से मिलाता है।
लिपुलेख उत्तराखण्ड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित यह दर्रा उत्तराखण्ड को तिब्बत से मिलाता है। मानसरोवर की यात्रा इसी दर्रे से होकर सम्पन्न होती है।
नाथू ला यह भारत–चीन सीमा पर लगभग 4310 मी की ऊँचाई पर स्थित है। यह प्राचीन सिल्क मार्ग (Silk Root) की प्रशाखा का अंग था और यहाँ से भारत एवं चीन के बीच व्यापारिक सम्बन्ध थे। सन् 1962 के युद्ध के बाद इसे बन्द कर दिया गया था किन्तु सन् 2006 में इसे पुन: खोल दिया गया।
जेलेप ला यह सिक्किम–भूटान सीमा पर स्थित है और चुम्बी घाटी द्वारा सिक्किम का ल्हासा (तिब्बत) से सम्पर्क स्थापित करता है।
बोम्डिला यह भूटान के पूर्व तथा भारत–चीन सीमा के थोड़ा दक्षिण में महान हिमालय में स्थित है। यह अरुणाचल प्रदेश का ल्हासा से सम्पर्क स्शापित करता है।
दिहांग यह अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है और इस है राज्य को म्यांमार के मांडले से मिलाता है।
दीफू यह भी इसी राज्य के पूर्वी भाग में स्थित है और म्यांमार के मांडले को छोटा मार्ग उपलब्ध कराता है। यह सारा साल यातायात के लिए खुला रहता है।
लिखापानी यह भी अरुणाचल प्रदेश का सम्पर्क मांडले से कराता है और सारा साल खुला रहता है।
लैगून समुद्र क्षेत्र में तटीय क्षेत्र का पानी प्रवेश कर जाने पर और धीरे–धीरे बालू का अवरोध खड़ा होने पर स्थलीय क्षेत्र का जलीय भाग समुद्र से अलग हो जाता है। यही जलीय आकृति ‘लैगून’ है।
लैगून | पूर्वी तट |
पुलिकट | चेन्नई |
चिल्का | पुरी |
कोलेरु | आन्ध्र प्रदेश |
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