SSC CGL TIER 1 Photosynthesis Study Material In Hindi
SSC CGL TIER 1 Photosynthesis Study Material In Hindi
प्रकाश-संश्लेषण

- प्रकाश-संश्लेषण हरे पौधों में भोजन उत्पादन की जैव-रासायनिक क्रिया है।
- इस क्रिया में पौधों के हरे भाग सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में वायुमण्डल से ली गयी CO2 तथा मृदा से शोषित जल द्वारा कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करते हैं तथा O2 को सह-उत्पाद के रुप में बाहर निकालते हैं—

Important Medicine Providing Plants Study Material In Hindi
औषधियाँ प्रदान करने वाले महत्वपूर्ण पौधे
पौधा | वानस्पतिक नाम | कुल | भाग | उपयोग |
सर्पगंधा | राउवोल्फिया सर्पेन्टाइना | एपोसाइनेसी | जड़ | रेसरपीन एल्केलॉयड, जो उच्च रक्तचाप, साँप के काटने तथा मानसिक रोगों में दवाई के रुप में प्रयोग किया जाता है। |
अफ्रीम | पेपेवर सोम्नीफेरम | पेपेवरेसी | कैप्सूल फल | मॉरफीन व कोडीन नामक दवाइयाँ प्राप्त की जाती हैं, जो दर्द निवारक हैं। |
क्यूनीन | सिनकोना जाति | रुबिएसी | छाल | मलेरिया की दवाई क्यूनीन से प्राप्त की जाती है। |
बैलाडोना | एट्रोपा बैलाडोना | सोलेनेसी | सूखी पत्तियाँ व जड़ | एट्रोपीन एवं हायोसाइमस एल्केलॉयड होता है, जो केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र (CNS) के ऊपर असर करके दर्द कम करती है। |
धतूरा | धतूरा स्ट्रोमोनियम | सोलेनेसी | फल का रस | बालों को साफ रखने (रुसी हटाने) व गले के रोगों में काम आता है। |
आँवला | एम्बलिका ऑफिसिनेलिस | यूर्फोरबिएसी | फल | मूत्र अधिक लाने के लिए, पेट साफ करने के लिए, हेमरेज में प्रयोग, खून के दस्त में काम आता है। प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवाई च्यवनप्राश बनाने में प्रयोग होता है। |
कुचला | स्ट्राइक्नॉसनक्स वोमिका | लोगेनिएसी | बीज | एक एल्केलॉइड, स्ट्राइक्रम निकाला जाता है, जो लकवा व दिमाग के रोगों के निदान में प्रयोग में आता है। |
- पृथ्वी पर कुल प्रकाश-संश्लेषण का 90% महासागरों तथा स्वच्छ जल में पाए जाने वाले शैवालों तथा शेष 10% स्थलीय पौधों द्वारा होता है।
- जे. प्रिस्टले ने बताया कि हरे पौधे अशुद्ध वायु को शुद्ध करते हैं।
- रॉबिन हिल ने सिद्ध किया कि प्रकाश-संश्लेषण में जल से O2 निकलती है।
- प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया हरितलवक में होती है।
- प्रकाश-संश्लेषी वर्णक क्लोरोफिल, कैरोटिनॉएड्स तथा फाइकोबिलिन है।
- प्रकाश-संश्लेषण में दो प्रावस्थाएँ प्रकाशिक अभिक्रिया (Light reaction) तथा अप्रकाशिक अभिक्रिया (Dark reaction) होती हैं।
- प्रकाशिक-अभिक्रिया (हिल अभिक्रिया) थाइलेकॉएड में होती है, जबकि अप्रकाशिक अभिक्रिया हरितलवक के स्ट्रोमा में होती है।
- एम. कैल्विन तथा बेन्सन ने हरे शैवालों पर प्रयोग द्वारा अप्रकाशिक अभिक्रिया की C3-चक्र की खोज की। प्रकाशिक-अभिक्रिया में दो वर्णक तन्त्र होते हैं— वर्णक तन्त्र-I, वर्णक तन्त्र-II। हैच एवं श्लैक ने एकबीजपत्री पौधों; जैसे— छी गन्ना, मक्का, साइप्रस आदि में C4—चक्र की खोज की।
- मासलोद्भिद पौधों जैसे—नागफना, अजूबा, घीग्वांर आदि में CAM द्वारा CO2 का स्थिरीकरण होता है।
SSC CGL Study Material Sample Model Solved Practice Question Paper with Answers